जयशंकर और आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री में हुई द्विपक्षीय वार्ता
आर्थिक समझौतों से लेकर यूक्रेन तक पर हुई चर्चा
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने आस्ट्रियाई समकक्ष अलेक्जेंडर शालेनबर्ग के साथ बातचीत की। दोनों के बीच द्विपक्षीय आर्थिक समझौतों से लेकर यूक्रेन पर रूस के हमले के प्रभाव पर भी चर्चा हुई। शालेनबर्ग तीन दिन की भारत यात्रा पर शनिवार को यहां पहुंचे थे। बैठक के बाद जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री शालेनबर्ग के साथ बातचीत सार्थक रही। द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग वाले संभावित क्षेत्रों की पहचान की गई। पिछले एक दशक में भारत की प्रगति के बारे में उनकी गहरी जानकारी सराहनीय है।
कोरोना महामारी और उसके बाद यूक्रेन पर रूस के हमले की वजह से जिस तरह से वैश्विक स्तर पर औद्योगिक सप्लाई चेन पर असर पड़ा है उसे देखते हुए बहुमूल्य धातुओं के खनन व उसके कारोबार का दो देशों के रिश्तों में एक अहम स्थान हो गया है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्काट मारीसन के बीच होने वाले वर्चुअल शिखर सम्मेलन में भी लिथियम, कोबाल्ट के खनन व उसके इस्तेमाल को लेकर समझौते के प्रारूप पर चर्चा होगी। इसमें आस्ट्रेलिया भारत में 1,500 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा भी करेगा। हालांकि उम्मीद के मुताबिक, दोनों देशों के बीच कारोबारी समझौते की घोषणा वर्चुअल बैठक में नहीं होगी, इसकी घोषणा इसी महीने के अंत तक दूसरे समारोह में करने की तैयारी है।
मारीसन के साथ मोदी की यह शिखर बैठक तीन दिन के भीतर क्वाड संगठन के दूसरे देश के शीर्ष नेता के साथ दूसरी बैठक होगी। शनिवार को पीएम मोदी की जापान के प्रधानमंत्री के साथ सालाना शिखर बैठक हुई थी। मोदी और मारीसन की बैठक में यूक्रेन पर रूस के हमले का मुद्दा उठेगा। आस्ट्रेलिया भी जापान की तरह ही इस पूरे घटनाक्रम के लिए रूस को दोषी ठहरा रहा है व उस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाने की घोषणा भी कर चुका है। हालांकि, भारत के रुख का आस्ट्रेलिया संज्ञान ले रहा है।
नई दिल्ली में आस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ फारैल का कहना है कि पूरा क्वाड संगठन भारत के रुख को समझ रहा है। हर देश के अपने द्विपक्षीय रिश्ते होते हैं। उम्मीद है कि पीएम मोदी रूस के साथ अपने रिश्तों का इस्तेमाल इस युद्ध की स्थिति को समाप्त करने के लिए कर रहे हैं। सनद रहे कि जापान के पीएम फुमियो किशिदा ने भी शनिवार को यह उम्मीद जताई थी कि पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन पर हमला रोकने के लिए तैयार करेंगे।
प्रल्हाद जोशी सूत्रों का कहना है कि भारत की तरफ से आस्ट्रेलिया के साथ बहुमूल्य धातुओं के खनन व उसके साझा इस्तेमाल को लेकर काफी समय से बात हो रही हैं। जल्द ही भारत के खनन मंत्री प्रल्हाद जोशी आस्ट्रेलिया की यात्रा पर जाएंगे। 55 प्रतिशत वैश्विक लिथियम का उत्पादन करता है आस्ट्रेलिया दुनिया में जितना लिथियम का उत्पादन होता है उसका 55 प्रतिशत अकेले आस्ट्रेलिया करता है। लिथियम का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहनों और सौर ऊर्जा के उपकरण बनाने में होता है। आने वाले दिनों में इन दोनों का उत्पादन काफी बढ़ने वाला है। बता दें कि पिछले साल सितंबर में क्वाड देशों की शिखर बैठक में भी बहुमूल्य धातुओं के खनन को लेकर संयुक्त तौर पर आगे बढ़ने की बात हुई थी। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच एक व्यापार समझौता करने को लेकर बात भी हो रही है। अभी पहले फेज का समजौता होगा लेकिन इसके बाद विस्तृत व्यापार समझौता किया जाएगा।