दुनिया

कीव। करीब पांच हफ्ते बीतने के बावजूद यूक्रेन पर रूसी हमलों की रफ्तार कम नहीं हुई है। राजधानी कीव के बाहरी इलाकों, चार्निहीव, खार्कीव, मारीपोल आदि पर रूसी हमले जारी रहे। मंगलवार को तुर्की में हुई दोनों देशों की वार्ता में रूस ने कीव और चार्निहीव पर हमले कम करने का आश्वासन दिया था। लेकिन चार्निहीव के मेयर व्लादिस्लाव एस्ट्रोशेंको ने कहा है कि बीते 24 घंटों में उनके शहर पर रूसी हमले बढ़ गए हैं। यही स्थिति कीव के बाहरी इलाकों में है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि सेटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि रूसी सेना कीव के बाहरी इलाकों से हट नहीं रही है बल्कि वहां पर सैन्य टुकडिघ्यों की अदला-बदली और उन्हें नए ठिकानों पर तैनात कर रही है। तुर्की में रूसी प्रतिनिधिमंडल ने आपसी विश्वास बढ़ाने के लिए कीव और चार्निहीव पर हमले कम करने का आश्वासन दिया था। यूक्रेन के प्रमुख शहर चार्निहीव पर रूसी सेना ने बीते चार हफ्तों में भीषण हमले किए हैं। इसके चलते वहां पर भारी बर्बादी हुई है। यहां से बड़ी संख्या में बच्चों, बुजुर्गो और महिलाओं का पलायन हुआ है। बावजूद इसके एक लाख से ज्यादा लोग वहां पर फंसे हुए हैं। शहर में अब बमुश्किल एक सप्ताह के लिए खाद्यान्न और दवाओं का भंडार बचा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस की राजधानी कीव और चार्निहीव पर हमलों को कम करने की घोषणा पर विश्वास करने की कोई वजह नहीं है। दोनों शहरों पर रूस के भीषण हमले जारी हैं। इन हमलों से वहां से रहने वाले नागरिकों की समस्याएं बढ़ रही हैं। मारीपोल के बाद सबसे ज्यादा बर्बादी झेलने वाला चार्निहीव दूसरा बड़ा शहर है। खार्कीव के भी कमोबेश चार्निहीव जैसे ही हालात हैं। रूसी सीमा से महज 50 किलोमीटर दूर स्थित यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्कीव पर रूसी सेना 24 फरवरी के बाद से लगातार हमलावर है लेकिन उस पर कब्जा कर पाने में सफल नहीं हो पाई है। बीते एक हफ्ते से राजधानी कीव के बाहरी इलाके में रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच भीषण लड़ाई जारी है। कुछ-कुछ घंटों के अंतर पर दोनों सेनाएं आगे और पीछे हो रही हैं। इसी के चलते रूसी सेना को हाल के दिनों में सूमी समेत तीन कस्बों का कब्जा छोड़ना पड़ा है। बीती रात पश्चिमी यूक्रेन में रूसी सेनाओं ने तीन स्थानों पर हमले किए। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद वहां से अभी तक 40 लाख से ज्यादा लोगों का पलायन हो चुका है। हमलों में हजारों लोगों की मौत हुई है या फिर वे घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने यूक्रेन में मानवाधिकारों के हनन के मामलों की जांच की जिम्मेदारी नार्वे के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश एरिक मोसे को सौंपी है। एरिक तीन सदस्यीय जांच दल के प्रमुख होंगे।

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