उत्तर-पश्चिम भारत में दो से तीन डिग्री गिरेगा तापमान
18 अप्रैल से सक्रिय हो रहा पश्चिमी विक्षोभ, जानें इस हफ्ते कैसा रहेगा मौसम
नई दिल्ली। आने वाले दिनों में झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिलने के आसार बन रहे हैं। 18 अप्रैल से एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है। मौसम विभाग के वरिष्ठ विज्ञानी आरके जेनामणि ने कहा है कि उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी के प्रकोप का प्रमुख चरण खत्म हो रहा है और बादलों की मौजूदगी बढ़ने की वजह से तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आने की संभावना है।
जेनामणि ने बताया कि राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में गर्मी का प्रकोप गुरुवार से कम होगा। दिल्ली में नौ, 10 और 11 को गर्मी का सर्वाधिक असर देखा गया। पिछले 72 साल में पहले 15 दिनों में यह सर्वाधिक था। दिल्ली में गर्मी का प्रकोप करीब 13 दिन रहा। मौसम विभाग की मानें तो केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराइकल में 14 अप्रैल तक जबकि असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में 13 से 17 अप्रैल के दौरान भारी बारिश की संभावना है।
वहीं पंजाब, दक्षिण हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 15 अप्रैल से हीट वेव की स्थिति होने की संभावना है। हालांकि दिल्ली में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम रह सकता है। मौसम विभाग की मानें तो राष्ट्रीय राजधानी में अगले पांच से छह दिनों तक लू चलने का अनुमान नहीं है।
मौसम विभाग के वरिष्ठ विज्ञानी आरके जेनामणि ने आगे कहा कि दिल्ली में हवा चलेगी और बादल छाएंगे। इसकी वजह से तापमान में दो-तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी और गर्मी का प्रकोप कम होगा। पिछले 50 दिनों में बारिश नहीं होने की वजह से 122 साल में देशव्यापी तापमान उच्चतम था। पश्चिमी विक्षोभ पहले ही उत्तर-पश्चिम भारत में अपना प्रभाव दिखा रहा है। 16 अप्रैल के आसपास राजस्थान में लू की स्थितियां बन सकती हैं।
जम्मू-कश्मीर में बुधवार को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। मौसम विभाग ने केंद्र शासित प्रदेश में अगले 48 घंटों के दौरान हल्की बारिश के साथ बादल छाए रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। यही नहीं कश्मीर के कई स्थानों और जम्मू के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। 20 से 21 अप्रैल के दौरान राज्य में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।