अमेरिका में रोका गया कोवैक्सीन के 2/3 चरण का परीक्षण
भारत बायोटेक ने कहा- संयुक्त राष्ट्र की किसी एजेंसी को नहीं की टीके की आपूर्ति
हैदराबाद। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन के 2/3 चरण के क्लीनिकल परीक्षण पर अमेरिका में रोक लगा दी है। ओकुजेन इंक की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, एफडीए का निर्णय टीके के परीक्षण में शामिल प्रतिभागियों को वैक्सीन देने में स्वैच्छिक रूप से अस्थायी रोक लगाने के अमेरिकी कंपनी के निर्णय पर आधारित है।
अमेरिकी कंपनी ने भारत में कोवैक्सीन विनिर्माण संयंत्रों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टिप्पणी के बाद प्रतिभागियों को वैक्सीन देने पर रोक लगाने का फैसला किया था। ओकुजेन इंक अमेरिका और कनाडा में कोवैक्सीन के लिए भारत बायोटेक की साझेदार कंपनी है। ओकुजेन ने कहा, कंपनी ने ओसीयू-002 के प्रतिभागियों को टीका लगाने पर अस्थायी रोक लगाने का निर्णय लिया है। वह खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा दिए गए बयानों का आकलन कर रही है।
इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने अमेरिकी खरीद एजेंसियों के माध्यम से कोवैक्सीन की आपूर्ति को निलंबित कर दिया था। उसका कहना था कि उसके निरीक्षकों ने भारत बायोटेक के संयंत्रों में जीएमपी (अच्छे विनिर्माण अभ्यास) में कमियों का पता लगाया है। सूत्रों के अनुसार, भारत बायोटेक का कहना है कि उसने संयुक्त राष्ट्र की किसी एजेंसी को टीके की आपूर्ति नहीं की है। निलंबन का कोई प्रभाव नहीं देखा जाएगा। किसी सवाल का समाधान करने के लिए कंपनी एफडीए के साथ मिलकर काम करेगी। गौरतलब है कि इस बीच भारत में कोरोना का सतर्कता डोज लगाया जा रहा है। इसमें भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया कोविशील्ड वैक्सीन शामिल है। हाल ही में कोवैक्सीन और कोविशील्ड ने अपने नए दाम तय किए हैं।