सऊदी अरब ने तय किया कोटा, 65 साल से कम उम्र के लोगों को हज की अनुमति
नई दिल्ली। सऊदी अरब ने भारत को सूचित किया है कि इस साल भारत से 79,237 यात्री हज के लिए सऊदी अरब की यात्रा कर सकेंगे। इनमें से 56,601 यात्री भारत की हज समिति के माध्यम से जाएंगे जबकि 22,636 हज समूह आयोजकों के माध्यम से जाएंगे। कोविड प्रतिबंधों के कारण यह कोटा तय किया गया है।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने शुक्रवार को हज यात्रा से संबंधी यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सऊदी सरकार ने भारतीय पक्ष से यह भी कहा है कि इस साल 65 वर्ष से कम उम्र के लोग ही हज यात्रा कर सकेंगे। साथ ही हज यात्रा के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट और टीकाकरण की दो खुराक की आवश्यकता है।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कोविड महामारी के प्रकोप के बाद यह पहली बार होगा जब भारत से यात्री हज के लिए सऊदी अरब की यात्रा करेंगे। 2019 में, सऊदी अरब ने भारत के हज कोटे में 25,000 की वृद्धि की थी, जिससे देश से हज करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या दो लाख हो गई, लेकिन कोविड प्रतिबंधों और सीमाओं के कारण, सऊदी अरब द्वारा देशों का कोटा कम कर दिया गया था।
सरकार ने बताया कि एपी अब्दुल्लाकुट्टी को भारतीय हज कमेटी का अध्यक्ष चुना गया है, जबकि पहली बार दो महिलाओं को उपाध्यक्ष चुना गया है।अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ट्वीट कर नए पदाधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने दो महिलाओं – मुन्नावारी बेगम और मफुजा खातून – के उपाध्यक्ष के रूप में चुनाव पर खुशी व्यक्त की। अब्दुल्लाकुट्टी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद हैं। मुन्नावारी बेगम जहां केंद्रीय वक्फ परिषद की सदस्य हैं, वहीं मफुजा खातून भाजपा की बंगाल इकाई की उपाध्यक्ष हैं।