जोधपुर में छह मई तक बढ़ाई गई कर्फ्यू की अवधि
गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से मांगी विस्तृत रिपोर्ट, अब तक 140 लोग गिरफ्तार
नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में ईद से पहले सोमवार रात को भगवा हटाकर अन्य झंडा लगाने को लेकर पैदा हुआ तनाव अब भी बरकरार है। जिसको देखते पुलिस ने जिले में कर्फ्यू की अवधि को बढ़ा दी है। जिले में हिंसा के बाद चार मई की मध्यरात्रि तक कर्फ्यू लगाने के आदेश दिए गए थे। जिसे अब छह मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जोधपुर में सांप्रदायिक तनाव को लेकर राजस्थान सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
बताया जा रहा है कि जोधपुर में ईद के दिन हुए सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पर गृह मंत्रालय करीब से नजर बनाए हुए है। साथ ही वो राज्य के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से मामले में लगातार अपडेट ले रहा है। वहीं जिला पुलिस आयुक्त द्वारा जारी आदेश में जोधपुर हिंसा की घटनाओं के बाद लगाए गए कर्फ्यू को छह मई तक बढ़ा दिया गया है। लेकिन रायकाबाग पैलेस बस स्टैंड और रायकाबाग रेलवे स्टेशन को कर्फ्यू से बाहर रखा गया है।
तनाव की स्थिति को देखते हुए लगाए गए कर्फ्यू में परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों और शिक्षकों को कर्फ्यू से छूट दी गई है। साथ ही चिकित्सा सेवाओं में लगे कर्मियों, बैंक अधिकारियों, न्यायिक अधिकारियों और मीडिया कर्मियों को कर्फ्यू से छूट दी गई है। पुलिस आयुक्त द्वारा जारी आदेश में अखबारों के फेरीवालों को भी अखबार बांटने की इजाजत दी गई है। हलांकि जिले में इंटरनेट सेवाएं फिलहाल बंद रखने के ही आदेश हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में मंगलवार को ईद से कुछ घंटे पहले तनाव की स्थिति पैदा हो गई। जिसके बाद अधिकारियों ने मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया और शहर के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया। बताया जा रहा है कि सोमवार रात अल्पसंख्यक समुदाय के लोग ईद के झंडे लगा रहे थे और उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा के साथ एक चैराहे पर झंडे लगाए। इससे एक टकराव हुआ क्योंकि दूसरे समुदाय के सदस्यों ने आरोप लगाया कि एक भगवा झंडा, जिसे उन्होंने परशुराम जयंती के चलते वहां लगाया था, वो गायब है। विरोध करने पर दोनों गुटों के बीच मारपीट हुई।
जिसके बाद मौके पह पहुंची पुलिस ने स्थिति को काबू कर लिया। लेकिन दूसरे दिन मंगलवार को ईद की नमाज के बाद मुस्लिम समाज की ओर से पत्थरबाजी और आगजनी से स्थिति और बेकाबू हो गई। हालात की ड्रोन से निगरानी की जा रही है साथ ही संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात है। राज्य के मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।