विजय दिवस के मौके पर रूसी राजदूत ने ‘नाजी जर्मनी’ को हराने में भारत की भूमिका को किया याद
नई दिल्ली। भारत में मौजूद रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने नाजी जर्मनी को हराने में भारत के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया है। बता दें कि रूस 9 मई को विजय दिवस की 77वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस दिन ही द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ था। डेनिस अलीपोव ने कहा कि रूस हमेशा कृतज्ञता के साथ नाजी जर्मनी की हार में भारतीय योगदान को याद रखेंगे। हमें गर्व से बोल सकते हैं कि 1941 और 1942 में यूएसएसआर के समर्थन से भारत में मैत्री समाज स्थापित किए गए थे।
उन्होंने आगे कहा कि बहादुर भारतीय सेना, पर्शिया (मौजूदा वक्त का ईरान) के जरिये लाल सेना को हथियार और दूसरे सामग्री प्रदान करने में लगे हुए थे। 1944 में भारत के दो सपूतों को सोवियत संघ के सर्वाेच्च सैन्य पुरस्कार – द ऑर्डर ऑफ द रेड स्टार से सम्मानित किया गया था। राजदूत ने उल्लेख किया कि इन वीर कार्यों की स्मृति में 2021 में नई दिल्ली स्थित भारतीय सेना मुख्यालय के परिसर में एक स्मारक का अनावरण किया गया था। यह दोनों राष्ट्रों के बीच ऐतिहासिक रूप से मजबूत दोस्ती के प्रतीकों में से एक बन गया है।उल्लेखनीय है कि रूस 9 मई को विजय दिवस के रूप में मनाता है क्योंकि 1945 में इसी दिन जर्मनी ने द्वितीय विश्व युद्ध को समाप्त करते हुए आधिकारिक तौर पर अपनी हार स्वीकार कर ली थी।
विजेता दिवस पर अपने संदेश में, अलीपोव ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध में हुए अत्याचार ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बनाए रखने की सबक सिखाई है। संदेश पढ़ते हुए उन्होंने यह भी कहा कि आज के वक्त वैश्विक समुदाय का मुख्य लक्ष्य शांति और सुरक्षा को बनाए रखना है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र इस प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।राजदूत ने कहा कि रूस अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, हमारी विदेश नीति संयुक्त राष्ट्र, उसके चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून की केंद्रीय भूमिका को बनाए रखने पर केंद्रित है, जिसमें शांतिपूर्ण तरीकों से संघर्षों के समाधान, आपसी सम्मान, घरेलू मामलों में गैर-हस्तक्षेप, सामूहिक दृष्टिकोण और संवाद पर जोर दिया गया है।ष् बताते चलें कि विजय दिवस पर अपने संदेश को समाप्त करते हुए, राजदूत ने सभी देशों को दोहरे मानकों, अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पाखंड और छिपे हुए भू-राजनीतिक एजेंडा के खिलाफ एकजुट रहने के लिए आमंत्रित किया है?