14 महीनों में 42 हवाईअड्डों के 84 कर्मचारी नशे में मिले धुत, इनमें से 54 पायलट भी हैं शामिल
नई दिल्ली। विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2021 से मार्च 2022 के बीच 14 महीनों में 42 भारतीय हवाईअड्डों के 84 कर्मचारी नशे में धुत होकर काम करते दिखे। सबसे अधिक चिंताजनक बात यह है कि इन कर्मचारियों में से 54 (64 प्रतिशत) पायलट थे।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने संचालित हवाईअड्डों पर शराब परीक्षण में विफल रहने वाले 56 कर्मचारियों के आंकड़ों के बारे में पूछे जाने पर एएआइ ने कहा उसके अपने डाटा के अनुसार केवल 18 कर्मचारी ब्रेथलाइजर टेस्ट में फेल हुए। इनमें से तीन एएआइ के थे और बाकी 15 एएआइ की ठेका एजेंसियों के थे। शराब के नशे में पाए गए कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई, इस पर एएआइ ने कहा मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार उचित कार्रवाई शुरू की गई है। अदाणी समूह और जीएमआर समूह ने इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया।
बेंगलुरू हवाई अड्डे के संचालक बीआइएएल ने स्पष्ट किया कि शराब परीक्षण में विफल रहने वाले दो कर्मचारी उसके कर्मचारी नहीं थे। डीजीसीए ने सितंबर 2019 में सभी एयरपोर्ट कर्मचारियों के लिए ब्रेथलाइजर टेस्ट के लिए नियम जारी किए थे। नियमों के अनुसार, संबंधित हवाई अड्डा संचालकों को नियमित रूप से न केवल अपने कर्मचारियों के, बल्कि हवाई अड्डे पर काम करने वाली अन्य कंपनियों के कर्मचारियों के रैंडम शराब परीक्षण नियमित रूप से करने होते हैं।
अनिवार्य अल्कोहल परीक्षण में विफल होने वाले 84 कर्मचारियों में से 54 पायलट थे, जबकि एयरोब्रिज आपरेटर, लोडर, वायरमैन, रैंप सुपरवाइजर, ग्राउंड सपोर्ट सर्विस टीम और बचाव और अग्निशमन सेवा टीम के कर्मचारी भी शराब परीक्षण में विफल रहे।