संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, रेल मंत्रालय करेगा हाइपरपूल का समर्थन
रोजगार पैदा करेगी यह तकनीक
चेन्नई। केंद्रीय इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को कहा कि भारत में विकसित हुए 4जी और 5जी नेटवर्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साबित करने का एक प्रयास है। वैष्णव ने गुरुवार को आईआईटी-मद्रास में 5जी काल का परीक्षण किया। आईआईटी-मद्रास का दौरा करने के बाद गुरुवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, श्भारत में विकसित 4जी और 5जी नेटवर्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साबित करने का एक प्रयास है। यह संपूर्ण एंड-टू-एंड नेटवर्क भारत में डिजाइन और विकसित किया गया है।
वैष्णव ने आगे कहा कहा कि हमें आईआईटी-मद्रास टीम पर गर्व है जिसने 5जी टेस्ट पैड विकसित किया है जो संपूर्ण 5जी विकास पारिस्थितिकी तंत्र और हाइपरलूप पहल के लिए बड़े अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने आगे कहा कि रेल मंत्रालय हाइपरलूप पहल का पूरा समर्थन करेगा,श् बता दें कि 16 मई को केंद्रीय मंत्री को 5जी तकनीक के बारे में जानकारी दी गई, जिसके जल्द ही भारत में शुरू होने की संभावना है।
उद्यमियों के एक समूह से मिलने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए वैष्णव ने कहा, ‘अभी हमने संचार भवन में उपलब्ध 5जी रेडियो सिस्टम, 5जी कोर सिस्टम, 5जी नेटवर्क प्रबंधन, 4जी से 5जी में अपग्रेडेशन सहित प्रदर्शनों को देखा। यह तकनीक रोजगार पैदा करेगी और भारत के प्रतिभाओं को सामने लेकर आएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले 5जी टेस्ट-बैंड की उद्धघाटन किया था। वैष्णव ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि आत्मनिर्भर 5जी, आईआईटी मद्रास में 5जी काल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। बता दें कि दूरसंचार मंत्री ने स्वदेश में विकसित 5जी तकनीक के उपकरणों से वीडियो काल करने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री का दृष्टिण साकार हुआ। वैष्णव ने काल करने के बाद कहा कि उनका दृष्टिकोण भारत में विकसित, भारत में निर्मित और दुनिया के लिए बना हमारा अपना 4जी और 5जी प्रौद्योगिकी ढांचा है। हमें इस संपूर्ण प्रौद्योगिकी के साथ दुनिया को जीतना होगा।