कंटेनर डिपो राख, 44 लोग जिंदा जले, विस्फोट के चलते लगी आग, 400 से अधिक लोग घायल
ढाका। बांग्लादेश में चटगांव के सीताकुंडा में एक निजी इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी ) में आग लगने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। मृतकों की पहचान अभी तक नहीं की जा सकी है। मृतकों में पांच दमकलकर्मी भी शामिल हैं। इस घटना में पुलिस, दमकल कर्मियों और स्थानीय लोगों सहित चार सौ से अधिक लोग जख्मी हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मृतकों की संख्या में इजाफा होने की अभी भी आशंका जताई जा रही है। चटगांव मेडिकल कालेज अस्पताल (सीएमसीएच) के एक सूत्र ने इसकी पुष्टि की।
इस दौरान, चटगांव में सभी चिकित्सकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। चटगांव सिविल सर्जन ने निजी अस्पतालों के डाक्टरों से मुश्किल समय में सीएमसीएच समेत सभी सरकारी अस्पतालों में अपनी ड्यूटी ज्वॉइन करने का आग्रह किया है। प्रत्यक्षदर्शियों, पुलिस और डिपो के सूत्रों के अनुसार डिपो में 50 हजार कंटेनर थे। माना जा रहा है इन कंटेनरों में किसी ज्वलनशील रसायन की वजह से आग लगी है। डिपो के निदेशक मुजीबुर्रहमान ने कहा कि घायलों के उपचार का खर्चा डिपो की तरफ से वहन किया जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, विस्फोट से पड़ोस में हड़कंप मच गया और आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। चटगांव अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा सहायक निदेशक मोहम्मद फारुक हुसैन सिकदर ने कहा कि आग बुझाने के लिए लगभग 19 अग्निशमन यूनिट्स को काम पर लगाया गया और छह एंबुलेंस भी मौके पर भेजी गईं। बीएम कंटेनर डिपो एक अंतरदेशीय कंटेनर डिपो के रूप में स्थापित किया गया है, जो मई 2011 से काम कर रहा है।