भारत की चिंताओं के बीच चीन का वैज्ञानिक अनुसंधान पोत ‘युआन वांग 5’ श्रीलंका पहुंचा
कोलंबो। भारत की चिंताओं के बीच चीन का वैज्ञानिक अनुसंधान पोत ‘युआन वांग 5’ मंगलवार सुबह श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर पहुंचा। श्रीलंका ने शनिवार को चीन के ‘अनुसंधान और सर्वेक्षण’ जहाज को 16 से 22 अगस्त तक हंबनटोटा में ठहरने करने की अनुमति दी थी। भारत ने पिछले महीने भारतीय तट के पास जहाज की मौजूदगी को लेकर अपनी सुरक्षा चिंताओं का मुद्दा उठाया था।
श्रीलंका ने पांच अगस्त को चीन से कहा था कि वह अपने जहाज के कार्यक्रम को स्थगित करे। इस जहाज का शुरू में 11 से 16 अगस्त तक हंबनटोटा बंदरगाह पर ठहरने का कार्यक्रम था और यह अगले आदेश तक लागू होना था। चीन ने तब भारत से कहा था कि वह श्रीलंका के साथ उसके व्यवहार में हस्तक्षेप न करे।
‘युआन वांग 5’ को 2007 में बनाया गया था और इसकी माल वहन क्षमता 11,000 टन है। कोलंबो से लगभग 250 किमी दूर स्थित हंबनटोटा बंदरगाह को चीन से उच्च ब्याज पर ऋण लेकर बनाया गया था। श्रीलंकाई सरकार चीन के कर्ज को चुका नहीं सकी ,जिसके बाद इस बंदरगाह को 99 साल के पट्टे पर चीन को सौंप दिया गया।