उत्तराखण्ड
कांवड़ मेले को लेकर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक
- दूसरे जनपदों से हरिद्वार आने वाले शिवभक्तों की बनाई जाएगी सूची
- कांवड़ की ऊंचाई अधिक से अधिक सात फीट तक होनी चाहिए
- 14 जुलाई से शुरू होने जा रहा है कांवड़ मेला
हरिद्वार। 14 जुलाई से शुरू होने जा रहे कांवड़ मेले को लेकर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की डामकोठी में बैठक हुई। इसमें कांवड़ मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए अधिकारियों ने अपने.अपने सुझाव दिए। कहा कि दूसरे जनपदों से हरिद्वार आने वाले शिवभक्तों की सूची बनाई जाएगी और सीमावर्ती जिलों में साझा की जाएगी। सात फीट से ऊंची कांवड़ पर रोक रहेगी और कांवड़िये अपनी आईडी साथ लेकर आएंगे।
गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार की अध्यक्षता में सीमावर्ती जनपद सहारनपुरए मुजफ्फरनगर और बिजनौर के जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। गढ़वाल आयुक्त ने सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि हरिद्वार की ओर प्रस्थान करने वाले कांवड़ियों की सूची सभी जिले जरूर तैयार करें। सूची को सभी सीमावर्ती जिलों के साथ साझा करें। आकस्मिक समय पर इससे काफी मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण बड़ी चुनौती हैए इसलिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। कहा कि कांवड़ की ऊंचाई अधिक से अधिक सात फीट तक होनी चाहिए ताकि यात्रा में परेशानी न खड़ी हो। इससे ऊंची कांवड़ पर रोक रहेगी। कहा कि दुकानों में कोई भी ऐसी चीज की बिक्री नहीं होनी चाहिएए जिसे हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडेय ने बताया कि 14 जुलाई से 27 जुलाई तक कांवड़ मेला चलेगा। उन्होंने कहा कि इस साल कांवड़ियों की संख्या चार करोड़ हो सकती है। एसएसपी हरिद्वार डॉण् योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यात्रा पर आने वाले कांवड़िये अपने साथ कोई न कोई पहचान पत्र अवश्य लेकर चलें। रोड साइड के सभी दुकानदार अपनी असली आईडी जरूर रखें।