अब सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी की तारीफ की, बोले- भारत जोड़ो यात्रा से देश को उम्मीद
मेरठ। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी ‘भारत जोड़ी यात्रा’ देश के लिए कुछ अच्छा करेगी। बता दें कि कई मौकों पर पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों की सत्यपाल मलिक आलोचना करते रहते हैं। इस बार भी मलिक ने न सिर्फ राहुल गांधी की तारीफ बल्कि पीएम मोदी पर निशाना भी साधा। राजपथ के कर्तव्य पथ किए जाने को लेकर मलिक ने व्यंग्य कसा और कहा कि पीएम हर तीसरे दिन कोई न कोई उद्घाटन करते रहते हैं। शायद उस दिन कुछ नहीं होगा इसलिए राजपथ का नाम बदल दिया।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के मूढ़ी बाकापुर गांव में एक कार्यक्रम के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी अच्छा काम कर रहे हैं और उनके प्रयासों को शुभकामनाएं दीं। मलिक ने शुक्रवार को एचटी से फोन पर बात करते हुए कहा, अगर मैं उनके प्रयास की सराहना कर रहा हूं तो आप इसे उनके (राहुल गांधी) के लिए मेरी शुभकामनाएं मान सकते हैं।
यह पूछे जाने पर कि आजादी से पहले और बाद में देश में कई यात्राएं हुई हैं और उन सभी के अच्छे परिणाम मिले हैं, उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि इस यात्रा (भारत जोड़ी यात्रा) का भी देश के लिए कुछ अच्छा परिणाम होगा। मलिक ने स्पष्ट किया कि वह पीएम के खिलाफ नहीं थे, लेकिन उन्होंने जो मुद्दे उठाए थे, वे उनके (पीएम के) फायदे में होंगे, अगर उन्होंने उन पर कार्रवाई की।
मेघालय के राज्यपाल ने आगे कहा कि राजपथ का नाम बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि, जैसा कि उन्होंने दावा किया, यह नाम देश के पहले पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू ने दिया था, न कि अंग्रेजों ने। राजपथ – राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के बीच सड़क का विस्तार है। बता दें कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में ष्कर्तव्य पथ का नाम बदल दिया गया है।
राज्यपाल ने व्यंग्य करते हुए कहा कि पीएम हर तीसरे दिन उद्घाटन करते हैं और शायद गुरुवार को कुछ भी निर्धारित नहीं था और इसलिए ष्राजपथष् का नाम बदल दिया गया और उन्होंने इसका उद्घाटन किया।
सत्यपाल मलिक ने आगे कहा कि देश में किसान और युवा गहरे संकट में हैं। उन्होंने कहा, सरकार ने एमएसपी समिति के अध्यक्ष के रूप में एक व्यक्ति को नियुक्त किया है जिसने तीन विवादास्पद कृषि कानून तैयार किए हैं। अगर एमएसपी के मुद्दे पर कुछ नहीं होता है, तो इससे किसानों और सरकार के बीच एक बड़ी लड़ाई होगी। राज्यपाल ने कहा कि वह पीएम के साथ मुद्दों को उठा सकते हैं क्योंकि उनके पास कुछ भी नहीं है अन्यथा प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग पहले ही उन पर छापा मार चुके होते। केंद्र की अग्निपथ योजना की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ष्अगर देश की श्फौजश् (सेना) और किसान मजबूत नहीं होते तो देश की सुरक्षा प्रभावित होती।
उन्होंने यह भी कहा कि जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है तब से उन्होंने अपना इस्तीफा अपनी जेब में तैयार रखा है। मलिक ने कहा कि जब भी प्रधानमंत्री उनसे ऐसा करने के लिए कहेंगे, वह तुरंत अपना इस्तीफा सौंप देंगे।