उत्तराखण्ड

फार्मा इंडस्ट्री राज्य की आर्थिकी में रीढ़ का काम करेंगीः सीएम धामी

  • मुख्यमंत्री ने खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के नवनिर्मित भवन एवं राज्य औषधि विश्लेषणशाला का किया लोकार्पण
    देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के नवनिर्मित भवन एवं राज्य औषधि विश्लेषणशाला का बुधवार को विधिवत लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि फार्मा इंडस्ट्री राज्य की आर्थिकी में रीढ़ का काम करेंगी, जिसके लिये फार्मा इंडस्ट्री को खुद आगे आना होगा, राज्य सरकार की ओर से उन्हें हर जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जायेगी। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और जनपद के प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल मौजूद रहे।
    मुख्यमंत्री धामी ने बुधवार को सहस्त्रधारा रोड स्थित डांडा लखौड में लोकार्पण के अवसर पर औषधी परीक्षण प्रयोगशाला का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे प्रदेश के फार्मा सेक्टर के लिए बहुत अहम दिन है। आज औषधि नियंत्रण संगठन एवं राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला के सुदृढ़ीकरण की दिशा में एक बड़ी पहल की जा रही है। इस क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को केंद्र में रख कर 6.56 करोड़ रुपये की लागत से एफडीए भवन का निर्माण किया गया है। इसके अलावा 13.22 करोड़ रुपये की लागत से एफडीए भवन में औषधि नमूनों की गुणवत्ता जांचने के लिए राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला भी स्थापित की गई है। इस प्रयोगशाला में वर्तमान आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि राज्य में औषधि निर्माण और इस क्षेत्र में विस्तार की संभावनाओं को अधिक से अधिक प्रोत्साहन दिया जाए। इस दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में औषधि निर्माण की ईकाइयां लगातार बढ़ रही हैं। राज्य में लगभग 300 औषधि निर्माता कम्पनियां कार्य कर रही हैं। ये सभी इकाइयां अपने उत्पादन के जरिए हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में प्रकृति प्रदत्त अनेक संपदाएं हैं। उत्तराखण्ड आयुष, योग धर्म एवं संस्कृति की भूमि तो है ही। अब उद्योगों की भूमि भी बन रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से औषधि निर्माता कंपनियों को हर संभव मदद दी जायेगी। उन्होंने कहा कि 2025 में जब उत्तराखण्ड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनायेगा, तब तक उत्तराखण्ड को उत्कृष्ट राज्य बनाने में फार्मा सेक्टर क्या योगदान दे सकता है, इस दिशा में ध्यान दिया जाए। उत्तराखण्ड को उत्कृष्ट राज्य बनाने में सबका योगदान जरूरी है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक उमेश शर्मा काऊ, सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार, प्रभारी महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह, प्रधानाचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ. आशुतोष सयाना, औषधी नियंत्रक ताजबीर सिंह, प्रबंध निदेशक एकम्स ग्रुप संदीप जैन, आरके जैन, उपायुत्तफ़ खाद्य संरक्षा जीसी कंडवाल, डॉ. मयंक बड़ोला, अनिल सती व दवा उद्योग से जुड़े व्यवसायी तथा खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

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