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विराट काहली और हार्दिक पांडया के अर्धशतक के 168 रन बना पाया भारत
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15 ओवर तक धीमी बल्लेबाजी पड़ी टीम इंडिया पर भारी
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इग्लैंड ने 16 ओवर में ही 170 रन बनाकर हासिल किया जीत का लक्ष्य
नई दिल्ली। टी-20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम उस स्तर का खेल नहीं दिखा पाई जिसकी उम्मीद की जा रही थी। भारतीय टीम इस अहम मुकाबले में 6 विकेट खोकर 168 रन ही बना पाई। 360 के नाम से मशहूर हुए टी-20 के विस्फोटक बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव इस अहम मुकाबले में अपनी चमक नहीं बिखेर पाए। विराट कोहली और हार्दिक पाड्या के अर्धशतक के बदौलत टीम इंडिया 168 रन के स्कोर पर पहुंच पाई। लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम को भारतीय गेंदबाज किस भी तरह रोक नहीं पाए और विरोधी टीम ने बिना विकेट खोए जीत के लिए लक्ष्य हासिल कर भारतीय टीम को 10 विकेट से करारी हार देते हुए विश्व कप से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इंग्लैंड के कप्तान
कप्तान जोस बटलर 49 गेंदों पर (80 नाबाद) और एलेक्स हेल्स 47 गंेदों पर (86 नाबाद) की विस्फोटक बल्लेबाजी की वजह से यहां एडिलेड ओवल में गुरुवार को खेले गए टी-20 विश्व कप 2022 के दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने भारत को 10 विकेट से शर्मनाक मात देकर फाइनल में जगह बना ली। भारत के 168 रनों के जवाब में इंग्लैंड की टीम ने 16 ओवर में ही 170 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। भारतीय टीम का सफर सेमीफाइनल में खत्म हो गया और इस हार के साथ ही फैंस में भी मायूसी का आलम छा गया।
इन पांच बड़े कारणों के चलते हारी भारतीय टीम
टीम इंडिया का टी20 विश्वकप जीतने का सपना इंग्लैंड ने चकनाचूर कर दिया। इंग्लैंड की सलामी जोड़ी ने जहां शतकीय साझेदारी करके अपनी टीम को जीत दिलायी तो वहीं टीम इंडिया की सलामी जोड़ी एकबार फिर से फेल रही। अबकी बार केएल राहुल दूसरे ओवर में आउट हो गए। पूरे विश्वकप में टीम इंडिया को ओपनिंग जोड़ी ने एक भी अर्धशतकीय साझेदारी देने में असफल रही। कभी रोहित तो कभी राहुल पावर-प्ले में फेल होते नजर आए। आज केएल राहुल ने 5 गेंदों पर 5 रन बनाकर अपना विकेट दूसरे ओवर में ही गंवा दिया।
केएल राहुल के आउट होने के बाद दूसरे ओवर में कोहली मैदान में आए तो रोहित तेजी से रन नहीं बना पाए. दोनों के बीच 43 गेंदों पर 47 रनों की साझेदारी जरूर की, लेकिन गेंदबाजों पर दबाव नहीं बना पाए। राशिद के खिलाफ दोनों बल्लेबाज हाथ नहीं खोल पाए। इसके बाद रोहित तेजी से रन बनाने के चक्कर में अपना विकेट नवें ओवर में गंवा बैठे। कप्तान राहित शर्मा 28 गेंद पर 27 रन बनाकर क्रिस जोर्डन का शिकार बने। सूर्यकुमार भी केवल 10 गेंदों में 14 रन बनाकर कैच आउट हो गए। हार्दिक पांड्या ने अर्धशतक 63 (33) बनाते हुए आखिरी 3 ओवरों में तेजी से रन बनाए, लेकिन ये रन जीत के लिए काफी साबित नहीं हुए। वहीं कोहली भी 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर 50 रन बनाकर आउट हो गए। कोहली व पांड्या के बीच 40 गेंदों पर 61 रन की साझेदारी भी धीमी गति से बनी । विकेट कीपर रिषभ पंत 6 रन बना पाए।
टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने अब तक बांग्लादेश के छोड़कर हर मैच में शुरुआती सफलता दिलायी। भुवनेश्वर व अर्शदीप पावर प्ले में कारगर दिखे व विकेट भी चटकाए थे।
लेकिन सेमीफाइनल में दोनों तेज गेंदबाज फेल साबित हो गए। भुवनेश्वर ने 2 ओवरों में 25 रन तो अर्शदीप ने 2 ओवरों में 15 रन दिए। इन दोनों गेंदबाजों पर कुल 5 चौके व 1 छक्के भी जड़े गए। इसके पहले भुवनेश्वर का पहला ओवर पारी के लिए काफी महंगा साबित हुआ और उसमें तीन चौके लगाकर भारतीय गेंदबाजी की शुरुआत बिगाड़ दी।
फ्लॉप अक्षर पटेल को जरुरत से ज्यादा मौका रविन्द्र जडेजा के घायल होने के बाद स्पिन गेंदबाज व ऑलराउंडर के रुप में शामिल अक्षर पटेल पूरे विश्वकप में फेल रहे लेकिन टीम प्रबंधन ने उन्हें सारे मैचों में मौका दिया। वह न तो बल्लेबाजी से कोई योगदान दे सके और न ही गेंदबाजी में अपनी छाप छोड़ पाए। वह कई मैचों में अपना कोटा भी पूरा नहीं कर पाए थे। लेकिन आज के मैच वह 4 ओवर फेंकने वाले इकलौते गेंदबाज थे। जबकि इंग्लैंड के स्पिनरों ने बहुत ही बेहतरीन गेंदबाजी करके बीच के ओवरों में टीम इंडिया को खुलकर रन नहीं बनाने दिया
अश्विन की नहीं चली स्पिनअस विश्वकप में उम्र दराज खिलाड़ी आर. अश्विन को भी पूरा मौका दिया गया, लेकिन वह एक भी मैच अपनी गेंदबाजी के दम पर जिता न सके। उनकी गेंदबाजी पूरे विश्वकप के दौरान औसत दर्जे की रही। आज के मैच में वह 2 ओवरों में 27 रन लुटा बैठे। वह आज के सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए। वहीं इंग्लैंड के गेंदबाज राशिद ने रोहित व कोहली के साथ साथ अन्य बल्लेबाजों को बांधे रखा व 4 ओवरों में केवल 20 रन देकर सूर्यकुमार का विकेट भी हासिल किया। उनके ओवर की पहली गेंद पर केवल एक चौका लगा था। उसके बाद उन्होंने काफी कसी हुई गेंदबाजी की। इस महत्वपूर्ण मुकाबले में जहां भारत के कई बड़े बल्लेबाज विफल साबित हुए वहीं गेंदबाज भी इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर कोई असर नहीं छोड़ पाए। एक बड़ी शर्मनाक हार के साथ भारत को विश्व कप से बाहर होना पड़ा।
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