उत्तराखंड के परिवहन मंत्री रामदास ने कहा, चालक की लापरवाही व अनियंत्रित गति सीमा ही सड़क दुर्धटनाओं के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार, राज्यों और संघ ऱाज्य क्षेत्रों के परिवहन मंत्रियों की बैठक में रखी कई अहम बातें
देहरादून। दुर्घटनाओं का परीक्षण करने पर संज्ञान में आया है कि चालक की लापरवाही व अनियंत्रित गति सीमा ही मुख्यतः सड़क दुर्धटनाओं के लिए जिम्मेदार है। यह बात उत्तराखंड के समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, परिवहन, लघु एवं मध्यम उद्धम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री चंदन राम दास ने नितिन गडकरी, केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री की अध्यक्षता में नई दिल्ली में सभी राज्यों और संघ ऱाज्य क्षेत्रों के परिवहन मंत्रियों व परिवहन सचिवों की बैठक में कही। उत्तराखण्ड राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा कि मुख्यतः मोटर वाहनों की गति सीमा की समीक्षा के लिए गठित समिति की सिफारिशों पर चर्चा, वाहन फिटनेस परीक्षण अवसंरचना पर चर्चा, इलेक्ट्रिक वाहनों के वित्तपोषण पर चर्चा तथा लर्निंग लाइसेंस के स्वचालन आदि बिन्दुओं पर गहन चर्चा की जानी चाहिए।
राम दास ने बैठक में बताया कि पिछली दुर्धटनाओं का परीक्षण करने पर संज्ञान में आया है कि चालक की लापरवाही व अनियंत्रित गति सीमा ही मुख्यतः सड़क दुर्धटनाओं के लिए जिम्मेदार है। चारधाम यात्रा के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत उत्तराखण्ड में वाहनों को ग्रीन कार्ड जारी कर दिये गये हैं। वाहनों की गति सीमा नियंत्रण को स्पीड गवर्नर अनिवार्य कर दिये गये है। अभी तक लगभग 1,10,592 वाहनों में स्पीड गवर्नर लगा दिये गये हैं। रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए राज्य में 42993 सार्वजनिक सेवा वाले ATS 140 मानक यन्त्र स्थापित कर दिये गये हैं तथा अतिसंवेदनशील 10 स्थानों पर ANPR कैमरे भी स्थापित कर दिये गये हैं। राज्य सरकार दुर्धटनाओं की रोक के लिए केन्द्र सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों व मानकों के क्रियान्वयन को दृढ़संकल्प है।
बैठक में सभी राज्यों के परिवहन मंत्री तथा सचिव ने प्रतिभाग किया । उत्तराखण्ड राज्य से सचिव, परिवहन बैठक में शामिल हुए।