विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने किया दो दिवसीय सांस्कृतिक समागम कार्यक्रम का आगाज, जमकर की तारीफ, कहा-अनूठी लोक संस्कृति के लिए देश-दुनिया में विख्यात है जौनसार-बावर
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बोंली जौनसार बावर में पौराणिक परंपराएं आज भी कायम
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जौनसार की संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन और प्रचार प्रसाद के मकसद से किया जा रहा दो दिवसीय आयोजन
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महोत्सव में प्रतिभाग करने वाले 350 सांस्कृतिक लोक कलाकारों को अपने अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा
देहरादून । जौनसार बावर पौराणिक संस्कृति लोक कला मंच एवं संस्कार भारती के संयुक्त तत्वाधान में पवेलियन ग्राउंड देहरादून में आयोजित सांस्कृतिक समागम कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने किया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने महोत्सव में प्रतिभाग करने वाले 350 सांस्कृतिक लोक कलाकारों को अपने अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से प्रोत्साहन राशि दिए जाने की घोषणा की।
जौनसार की संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन एवं प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से शनिवार को दो दिवसीय महोत्सव का शानदार आगाज हुआ| इस सांस्कृतिक समागम में लोक कलाकारों द्वारा दुलर्म विद्याओं जिसमें ढोल सागर, छोड़े, जौंगू तथा अनेक प्रकार के नृत्य जिसमें जैता, रासो, हारूल, छाईया तथा विभिन्न प्रकार की कला बाजियों जैसे ठौडा, जंगा बाजी आदि का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अनूठी लोक संस्कृति के लिए देश-दुनिया में विख्यात जौनसार-बावर में पौराणिक परंपराएं आज भी कायम हैं। यहां का पहनावा, लोक गीत, नृत्य ,पौराणिक परंपराओं का हर कोई कायल है।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति देश की सबसे अनूठी संस्कृति है, उत्तराखंड में कण-कण में भगवान के साथ-साथ संस्कृति एवं सभ्यता मौजूद है। उत्तराखंड के लोक जीवन में अलग ही ताल और लय है जिसकी छाप यहां के लोकगीत एवं लोकनृत्यों में दिखती है। यहां के लोकगीत नृत्य केवल मनोरंजन ही नहीं बल्कि लोक जीवन के अच्छे-बुरे अनुभवों एवं उनसे सीख लेने की प्रेरणा भी देते हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से हमें युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति की जानकारी के लिए प्रेरित करना होगा|विधानसभा अध्यक्ष ने उपस्थित कलाकारों को आव्हान करते हुए कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति एवं संस्कारों को संरक्षित करने के लिए हमें संकल्पित होना होगा।
इस अवसर पर विधायक सविता कपूर, सूचना विभाग के उप निदेशक कलम सिंह चौहान, भारत चौहान, अध्यक्ष कुंदन सिंह चौहान, सचिन सेमवाल, सरदार चौहान, सतपाल चौहान, खजान राणा, ध्वजवीर सिंह, बलदेव परासर, कुलदीप विनायक, सुभाषिनी डिमरी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे|