मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का फरमान, उत्तराखंड में हेली सेवाओं के विस्तार के साथ ही दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण को दिया जाए ध्यान, जौलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट पर की जाए नाइट लैंडिंग की व्यवस्था
- विस्तारीकरण और अवस्थापना सुविधाओं पर भी किया जाए गौर
- कहा, बेहतर हवाई सुविधाओं के आधार पर हमें लोगों को उत्तराखंड आने के लिए प्रेरित करना होगा
- नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के निदेशक मंडल आठवीं बैठक में कई मुद्दों पर हुई चर्चा
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में हेली सेवाओं के विस्तार के साथ ही दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के निर्देश दिये हैं। उन्होंने जौलीग्रांट के साथ ही पंतनगर एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग की व्यवस्था तथा विस्तारीकरण एवं अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर भी ध्यान देने को कहा है। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों एवं पर्यटकों को बेहतर हवाई सुविधा उपलब्ध कराये जाने के लिए टिकट बुकिंग एवं टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग रोकने के लिये भी कारगर व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने पर ध्यान देने को कहा है।
मंगलवार को सचिवालय में नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के निदेशक मण्डल की आठवीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि बेहतर हवाई सुविधाओं के आधार पर हमें लोगों को उत्तराखण्ड आने के लिये प्रेरित करना होगा। ऐसा माहौल बनाना होगा ताकि उत्तराखण्ड आना लोगों की आदत बने। फ्रेंडली स्टेट के रूप में हमारी पहचान के साथ राज्य में पर्यटन तथा धार्मिक पर्यटन को अधिक से अधिक बढ़ावा मिले इसके लिये समेकित प्रयासों की भी उन्होंने जरूरत बतायी।
मुख्यमंत्री ने यूकाडा से आय के संसाधनों में वृद्धि के प्रयासों पर भी ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि पंतनगर में नाइट लैंडिंग की व्यवस्था बनाये जाने के साथ ही यहां से नियमित रूप से हवाई सेवा संचालित किये जाने के प्रयास किये जायं। यह भी व्यवस्था बनायी जाय कि पंतनगर एवं जौलीग्रांट में वायुयान से उतरने के बाद पर्यटकों को हेलीकॉप्टर से प्रदेश के विभिन्न सुरम्य पर्यटन स्थलों पर आने जाने की सुविधा उपलब्ध हो। उन्होंने नैनी सैनी, चिन्यालीसौड एवं गौचर हवाई पट्टियों को भी सुविधायुक्त बनाये जाने को कहा ताकि यहां पर भी छोटे वायुयान की सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने उड़ान योजना के तहत विकसित किये जा रहे हेलीपोर्टों को भी आवश्यक संसाधनों से सुविधायुक्त बनाये जाने पर भी ध्यान देने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान हेली टिकटों के बुकिंग तथा टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग पर प्रभावी नियंत्रण की कारगर व्यवस्था बनायी जाय। इस संबंध में हेली टिकटों की बुकिंग की व्यवस्था आईआरसीटीसी के माध्यम से बनाये जाने की भी बात मुख्यमंत्री ने कही। बैठक में सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी यूकाडा सी. रविशंकर ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभागीय कार्यकलापों की जानकारी दी। बैठक में यूकाडा की विगत बैठक की कार्यवाही की पुष्टि के साथ ही वर्तमान बैठक में प्रस्तुत विभिन्न विषयों पर चर्चा के साथ ही सहमति प्रदान की गई। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धू, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी आनन्द बर्द्धन, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम, शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।