उत्तराखण्ड

गोवा की राजधानी पणजी में वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो का आयोजन, सचिव आयुष डॉ. पंकज पांडे ने किया उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व, प्रदेश के स्टाॅल में आने वाले लोगों को आयुष क्षेत्र में निवेश के लिए किया प्रोत्साहित

  • प्रदेश सरकार की ओर से आयुष के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों के बारे में दी गई जानकारी 

  • उत्तराखंड सरकार की आयुष संबंधी नीतियों को स्पष्ट करते हुए दिया गया प्रस्तुतीकरण

देहरादून । गोवा की राजधानी पणजी में आयुष मंत्रालय, भारत सरकार एवं वर्ड आयुर्वेद फाउंडेशन की और से आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ थीम के साथ वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम में देश-विदेश के अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेद विशेषज्ञों तथा आयुर्वेद से जुड़े विभिन्न संस्थानों , आयुष चिकित्सालय, कॉलेज, फार्मेसी, आयुर्वेद रिजॉर्ट आदि ने प्रतिभाग किया ।उद्योग एवं आयुष सचिव डॉ पंकज कुमार पांडेय की अगुवाई में डॉ विजय कुमार जोगदंडे, अपर सचिव आयुष एवं आयुष शिक्षा, प्रोफेसर अरुण कुमार त्रिपाठी निदेशक आयुर्वेद, आयुर्वेद विभाग के उच्चाधिकारियों, चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ सहित आयुष विभाग उत्तराखंड सरकार की ओर से इस कार्यक्रम में राज्य का स्टॉल संचालित करते हुए राज्य का प्रतिनिधित्व किया गया।इस स्टाल के माध्यम से आरोग्य एक्सपो में आने वाले विभिन्न आगंतुकों को उत्तराखंड सरकार की और से आयुष क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों व नीतियों के संबंध में अवगत कराया गया व आयुष क्षेत्र में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया गया।अपर सचिव, आयुष डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने बायर सेलर मीट के दौरान स्थित विभिन्न देशों से आए आयुष प्रतिनिधियों एवं हितधारकों के मध्य उत्तराखंड सरकार की आयुष संबंधी नीतियों को स्पष्ट करते हुए प्रस्तुति दी गई, जिसे सभी प्रतिभागियों ने सराहा ।कार्यक्रम में उत्तराखंड राज्य के विभिन्न आयुर्वेद संस्थानों से 50 से अधिक प्रतिभागियों ने टीम आयुष के रूप में राज्य का प्रतिनिधित्व किया।सचिव आयुष एवं आयुष शिक्षा ने एक्स्पो का भ्रमण किया व आयुर्वेद / पंचकर्म क्षेत्र में उपलब्ध नवीनतम तकनीक के संबध में जानकारी प्राप्त की ।सचिव आयुष एवं आयुष शिक्षा ने स्वचालित शिरोधारा मशीन बनाने वाली फर्म आयुर्वेद इंजीनियरिंग के संस्थापक डॉ विजय वडनेरे से वार्ता की । उनके द्वारा आयुर्वेद अस्पतालों के संचालन के लिए सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी वैद्य मैनेजर से भी वार्ता करते हुए राज्य में संचालित आयुर्वेद चिकित्सालयो के लिए इस सॉफ्टवेयर के प्रयोग पर विचार विमर्श किया गया व कंपनी के संस्थापक डा. अमित पटेल से इससे संबधी प्रस्ताव तथा सॉफ्टवेयर का डेमो उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया. सचिव, आयुष एवं आयुष शिक्षा सहित अन्य उच्चाधिकारियों ने आयुर्वेद क्षेत्र से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर के संस्थानों से बैठक की । राज्य सरकार के उत्तराखंड को आयुष वैलनेस हब के रूप में विकसित किए जाने संबंधी विजन के बारे में बताया गया । साथ ही इन संस्थानों के मैनेजिंग डायरेक्टर सीईओ को राज्य की आयुष समर्थक नीतियों के बारे में जानकारी देते हुए उत्तराखंड में निवेश के लिए सकारात्मक चर्चा की गई। आयुर्वेद क्षेत्र में कार्य कर रहे प्रख्यात संस्थान जिनसे राज्य में निवेश के लिए प्रमुख रूप से चर्चा की गई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button