उत्तराखण्डदेहरादून

उत्तराखंड में शुरू हुआ राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान , अगले 3 सालों में 2.15  लाख  को मोतियाबिंद बैकलॉग  मुक्त  किए जाने के लिए रखा गया लक्ष्य

देहरादून। राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम को लेकर सोमवार को ‘ राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अपर सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने किया।  इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे देश में अन्धता का प्रसार 0.36 प्रतिशत है। जिसमें से 66 प्रतिशत व्यक्ति मोतियाबिन्द से ग्रसित हैं। राष्ट्रीय अन्धता नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत मोतियाबिन्द बैकलाॅग मुक्त किये जाने के लिए अगले तीन वर्ष में कुल 2 लाख 15 हजार का लक्ष्य रखा गया है। इस उद्देश्य से सोमवार को राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम (एनपीसीबी) के अन्तर्गत राज्य को मोतियाबिंद अंधता बैकलाॅग मुक्त किये जाने के लिए ‘राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान’ का शुभारम्भ कार्यक्रम का आयोजन अपर सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें जनपद स्तर से नेत्र शल्यक, दृष्टिमितिज्ञ एवं एनजीओ के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।

अभियान के अन्तर्गत राज्य के समस्त जनपदों एवं विकासखण्डों में स्क्रीनिंग कैम्प का आयोजन किया जायेगा एवं जिला चिकित्सालय व उप जिला चिकित्सालय में मोतियाबिन्द के आपरेशन किये जायेंगे। वित्तीय वर्ष 2022-23 में मोतियाबिन्द आपरेशन का लक्ष्य 59800 रखा गया है। निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डा. सरोज नैथानी ने कार्यक्रम में लक्ष्यों को शतप्रतिशत पूर्ण करने पर जोर दिया एवं ब्लाॅक स्तर पर लक्ष्यों की पूर्ति के लिए दृष्टिमितिज्ञ के द्वारा स्क्रीनिंग करने के लिए निर्देश दिये। नेत्र सर्जन एवं दृष्टिमितिज्ञों ने जनपद स्तर पर बेहतर उपचार प्रदान किये जाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। राज्य को मोतियाबिंद अंधता बैकलाॅग मुक्त किये जाने के लिए नेत्र शिविरों का आयोजन किये जाने के लिए निर्देश दिये गये।  कार्यक्रम में निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. सुनीता टम्टा,  अपर निदेशक (राष्ट्रीय कार्यक्रम) स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय डा. यूएस कण्डवाल, संयुत्तफ निदेशक ;नेत्रोपचारद्ध स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय डा. एसके झा,  एवं  प्रभारी अधिकारी (एनपीसीबी) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डा. अर्चना ओझा मौजूद रहे।

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