कोच्चि में देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का जोशी ने लिया जायजा, कहा , आत्मनिर्भर भारत को+दर्शाते स्वदेशी विमानवाहक पोत की प्रतिकृति को सैन्य धाम में स्थापित किया जाएगा
इस दौरान जोशी ने भारतीय नौसेना में शामिल उत्तराखंड के अधिकारियों से भी मुलाकात की और उनका हाल चाल जाना। कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत आत्मनिर्भर भारत की मजबूती को दर्शाता है उन्होंने कहा उत्तराखंड में बनने जा रहे सैन्य धाम में आईएनएस विक्रांत की प्रतिकृति स्थापित की जाएगी।इसके लिए वह शीघ्र ही भारतीय नौसेना के अधिकारियों से वार्ता करेंगे।
इस अवसर पर जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया। कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि विक्रांत भारत में निर्मित अब तक का सबसे बड़ा जहाज है।यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना मेक इन इंडिया के तहत विकसित पहले स्वदेशी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत इस दिशा में बड़ा कदम है। जोशी ने कहा कि विक्रांत सिर्फ एक युद्धपोत नहीं है, यह 21वीं सदी के नए भारत की कड़ी मेहनत प्रतिबद्धता दर्शाता है। निश्चित ही यह देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा में मदद मिलेगी।
कोच्चि / देहरादून । केरल दौरे के तीसरे दिन सूबे के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार को कोच्चि के कोचीन शिपयार्ड पहुंचे। जहां उन्होंने भारत की और से निर्मित देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत अब तक का सबसे बड़ा जहाज आईएनएस विक्रांत का निरीक्षण कर जहाज का अवलोकन किया। इस मौके कृषि मंत्री जोशी के साथ नौसेना के तमाम वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। मंत्री जोशी ने आईएनएस विक्रांत की भूरी भूरी प्रशंसा की और भारतीय नौसेना के अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी।
इस दौरान जोशी ने भारतीय नौसेना में शामिल उत्तराखंड के अधिकारियों से भी मुलाकात की और उनका हाल चाल जाना। कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत आत्मनिर्भर भारत की मजबूती को दर्शाता है उन्होंने कहा उत्तराखंड में बनने जा रहे सैन्य धाम में आईएनएस विक्रांत की प्रतिकृति स्थापित की जाएगी।इसके लिए वह शीघ्र ही भारतीय नौसेना के अधिकारियों से वार्ता करेंगे।
इस अवसर पर जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया। कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि विक्रांत भारत में निर्मित अब तक का सबसे बड़ा जहाज है।यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना मेक इन इंडिया के तहत विकसित पहले स्वदेशी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत इस दिशा में बड़ा कदम है। जोशी ने कहा कि विक्रांत सिर्फ एक युद्धपोत नहीं है, यह 21वीं सदी के नए भारत की कड़ी मेहनत प्रतिबद्धता दर्शाता है। निश्चित ही यह देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा में मदद मिलेगी।