औद्योगिक क्षेत्र काशीपुर में जीएसटी चोरी में लिप्त 2 फर्मों पर राज्य कर विभाग ने मारा छापा, जांच के दौरान ही एक करोड़ जीएसटी जमा कराया, पिछले 3 साल से कर रहे थे आंख में धूल झोंकने का काम, कई और फर्म पर हैं विभाग के रडार पर
देहरादून। राज्य कर विभाग की केंद्रीय आसूचना इकाई देहरादून ने महुआ खेड़ा गंज औद्योगिक क्षेत्र काशीपुर में बैटरी स्क्रैप की रिसाइकिल का व्यवसाय कर रही दो फर्मों के यहां आयुक्त राज्य कर व अपर आयुक्त कुमाऊं जोन बीएस नगंयाल संज्ञान के दिशा निर्देशों पर उपायुक्त धर्मेंद्र राज चौहान व विनय कुमार पांडे के नेतृत्व में गठित टीमों ने जीएसटी चोरी कर रही दोनों फर्मों
के साथ ही इन फर्मों को माल वाहन की सेवा दे रही दो ट्रांसपोर्ट कंपनी पर भी छापा मारा। केंद्रीय सूचना इकाई देहरादून की ओर से विगत कुछ दिनों से इन दोनों फर्मों के लेनदेन पर नजर रखी जा रही थी और फर्मों द्वारा उत्तराखंड राज्य से बाहर स्थित स्थित वहीं फर्मों के बिलों की आड़ में बोगस आईटीसी का लाभ लेकर अपनी जीएसटी देवता को समायोजित किया जा रहा था तथा खाली गाड़ियों अथवा अन्य माल धो रहे वाहनों पर ईवे बिल बन कर उन्हें टोल प्लाजा से पास दिखाकर माल की खरीद को सही दिखाने का प्रयास किया जा रहा था इन दोनों फॉर्म द्वारा ऐसा विगत 3 वर्षों( 2020-21 से 2022-23 तक) से किया जा रहा था। प्रथमदृष्टा इन दोनों फर्मो द्वारा 5 करोड़ से ऊपर की जीएसटी चोरी की गई है। छापेमारी की कार्रवाई दिनभर चली तथा छापे के दौरान फर्मों के व्यापार स्थल से टीमों ने अभिलेख अपने कब्जे में लिए हैं, जिनका विश्लेषण का कार्य चल रहा है। दोनों फर्मों द्वारा जांच के दौरान ही लगभग एक करोड़ जीएसटी जमा भी करा दिया गया । राज्य में इस प्रकार के व्यापार में कई फर्म इंवॉल्व हो सकती हैं। जिन पर विभाग की नजर है ।जीएसटी की टीम में सहायक आयुक्त मनमोहन अस्वाल ,टीकाराम चंयाल, सुरेंद्र सिंह राणा ,हरिओम वर्मा, अशोक कुमार, राज्य कर अधिकारी असद अहमद ,ईशा ,मनजीत राणा ,मनोज कुमार सुभाष वत्सल व राज्य कर निरीक्षक गजेंद्र सिंह भंडारी उपस्थित रहे।