हमेशा रहेगी चंदन की महक। कैबिनेट मंत्री रामदास का आकस्मिक निधन, उत्तराखंड में 3 दिन का राजकीय शोक घोषित, सरलता ,सादगी, खुशमिजाजी व जिंदादिली रही पहचान
बागेश्वर/ देहरादून। राज्य सरकार में मंत्री रहते हुए चंदन राम दास (65 साल) का भी प्रकाश पंत की तरह आकस्मिक निधन हो गया। वह लगभग एक डेढ़ साल से कैंसर की बीमारी से लड़ रहे थे। यही कैंसर प्रकाश पंत के लिए भी कैबिनेट मंत्री रहते हुए जान का दुश्मन साबित हुआ था। बुधवार को बागेश्वर में क्षेत्र भ्रमण के दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। चंदन राम दास मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बेहद करीबी और प्रिय मंत्री रहे। बीते दिवस भी अल्मोड़ा में आयोजित एक कार्यक्रम में चंदन राम दास मुख्यमंत्री के साथ शामिल हुए थे।
चंदन राम दास बेहद खुशमिजाज, सौम्य, हंसमुख और सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। सरलता और सादगी और जिंदादिली उनकी पहचान रही। बागेश्वर विधानसभा सीट से चार बार विधायक बने चंदन रामदास पहली बार धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे और उन्हें समाज कल्याण और परिवहन विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी दी गई थी। पिछले लगभग एक डेढ़ साल से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। पिछले साल विधानसभा सत्र के दौरान भी उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी और उनका देहरादून के मैक्स अस्पताल और उसके बाद गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में उनका इलाज चला था। प्रकाश पंत के बाद मंत्री रहते हुए अब रामदास का आकस्मिक निधन उत्तराखंड में हर किसी को स्तब्ध कर गया है। चंदन रामदास का निधन भाजपा के लिए भी बड़ी क्षति है। उन्हें हमेशा एक जीतने वाला नेता माना गया। कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के आकस्मिक निधन के बाद प्रदेश में 26 से 28 अप्रैल तक 3 दिन का राजकीय शोक रहेगा। इस दौरान सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। साथ ही जिस जनपद में अंत्येष्टि संस्कार संपन्न होगा उस दिन उस जनपद में प्रदेश सरकार के कार्यालय बंद रहेंगे। अंत्येष्टि संस्कार पुलिस सम्मान के साथ संपन्न किया जाएगा।