काशीपुर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 22 लाख के नकली नोटों के साथ दो गिरफ्तार, आरोपियों के भोगपुर, बढ़ापुर के सीएचसी सेंटर से जाली नोट मशीन बनाने का मॉनीटर , प्रिंटर, मिनी सीपीयू, केबिल व पेपर कटर बरामद
तलाशी के दौरान नकली नोटों के अलावा
कई एटीएम, मोबाइल और ड्राइविंग लाइसेंस बरामद
बिजनौर जनपद के निवासी हैं पकड़े गए दोनों आरोपी राजेंद्र सिंह और बूटा सिंह
पुलिस टीम के लिए
2500 रूपये ईनाम की घोषणा
काशीपुर। कस्बे में 22 लाख रूपये से अधिक के नकली नोटों के साथ स्थानीय पुलिस ने दो
लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले का खुलासा एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने रूद्रपुर में किया। एसएसपी ने विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बताया कि एसओजी प्रभारी भुवन चन्द्र जोशी, एसआई ललित बिष्ट, हेड कांस्टेबल विनय कुमार, खीम सिंह, दीपक कठैत, ललित कुमार, नीरज तथा राजेन्द्र कश्यप के साथ गुरूवार सायं काशीपुर में टांडा तिराहे पर चेकिंग कर रहे थे कि तभी मुखबिर ने बताया कि पुराना ढेला पुल के पास बाइक लिए दो युवक खड़े हैं जोकि नकली करेंसी का काम करते हैं। मुखबिर की सूचना पर एसओजी की टीम पुराने ढेला पुल की तरफ रवाना हुई। रास्ते में डिजाइन सेंटर के सामने काशीपुर कोतवाली में तैनात एसआई अशोक कांडपाल व नवीन बुधानी तथा कांस्टेबल प्रेम कनवाल मिले जिन्हें मुखबिर की सूचना से अवगत कराते हुए साथ में लिया।इसके बाद पुलिस टीम पुराना ढेला पुल के पास पहुंची और सड़क किनारे बाइक पर
बैठे दोनों युवकों को घेरकर पकड़ लिया। इनमें से एक ने अपनी पहचान राजेन्द्र सिंह उर्फ राजू पुत्र सतनाम सिंह निवासी बैराज कालोनी,मौहल्ला शक्तिनगर, जिला बिजनौर, यूपी के रूप में कराई। तलाशी लेने पर उसके पास पांच-पांच सौ रुपये के नोटों की दो गड्डियां बरामद हुईं, जो कि देखने से ही नकली लग रही थीें। राजेन्द्र की जेब से एक ड्राईविंग लाईसेंस, एक एटीएम कार्ड, एक श्रम कार्ड राजेन्द्र कुमार नाम से, एक केनरा बैंक का एटीएम, एक एटीएम कार्ड इंडियन ओवरसीज बैंक पूनम कौर के नाम से तथा एक मोबाईल फोन बरामद हुआ। वहीं, दूसरे युवक ने अपनी पहचान बूटा सिंह पुत्र नरेन्द्र सिंह निवासी भोगपुर, पोस्ट बढ़ापुर, नगीना, जिला बिजनौर, यूपी के रूप में कराई। उसकी पेंट की जेब से एक मोबाईल आईफोन तथा
हाथ में पकड़ी गत्ते की पेटी में पांच-पांच सौ के नोटों की 98 गड्डियां,यानि कुल 22 लाख आठ हजार पांच सौ रुपये बरामद हुए जो कि नकली प्रतीत हो रहे थे। इतनी अधिक मात्रा में नकली करेंसी बरामद होने पर उनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो दोनों युवकों ने बताया कि यह नोट हम खुद प्रिटिंग मशीन से छापते हैं और इस जाली करेंसी को भीड़भाड़ वाले शहरों में असली के रूप में चलाकर लाभ कमाते हैं। आज हम इन जाली नोटों को काशीपुर क्षेत्रा में असली के रूप में उपयोग करने व बेचने आये थे कि पकड़े गये। उन्होंने बताया कि भोगपुर, थाना बढ़ापुर जिला बिजनौर में उनका सीएचसी सेंटर है, उसी में जाली नोट बनाने की प्रिटिंग मशीन आदि उपकरण रखे हैं। दोनों युवकों से पूछताछ के आधार पर मिली जानकारी के बाद पुलिस उन दोनों युवकों को लेकर भोगपुर, बिजनौर पहुंची और उनके सीएचसी सेंटर में गई, जहां मेज पर रखी जाली नोट मशीन बनाने की मॉनीटर लेनोवो कंपनी, एक प्रिंटर, मिनी सीपीयू,एक केबिल व एक पेपर कटर बरामद किया। बूटा सिंह के पास खड़े राजेन्द्र कुमार ने मेज की दराज को खोलकर उसमें से एक पेपर रिम कुल 100 अदद जो काले रंग की प्लास्टिक कवर में हैं तथा दराज से एक तरफ छपे हुये जाली नोट तथा बिना सीरियल नंबर अंकित नोट के पिछले सिरे के एक तरफ छपे हुए कुल 12 नोट तथा पूर्ण रूप से छपे हुए एक नोट तथा दो नोट बरामद कराये। पुलिस द्वारा
पूछने पर इन्होंने बताया कि हम इसी आफिस में बैठकर इन्हीं उपकरणों की मदद
से जाली नोट बनाते हैं तथा कटिंग करने के बाद बचे अवशेष को रोजाना जला
देते हैं। एसएसपी के मुताबिक दोनों युवकों को धारा 34, 489ए, 489बी,
489बी, 489डी आईपीसी के तहत गिरफ्रतार कर लिया गया। उधर पुलिस टीम के लिए
2500 रूपये ईनाम की घोषणा की गयी है।