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मैक्स अस्पताल  में हुआ  रोबोटिक सर्जरी पर सीएमई का आयोजन,  देहरादून और आस पास के शहरों से आये 130 से अधिक प्रसिद्ध  चिकित्सक हुए शामिल, विशेषज्ञों ने विभिन्न स्पेशलिटीज में रोबोटिक सर्जरी को अधिक  उन्नत और सटीक  बताया 

अब  इस तकनीक को अपनाने में बड़े पैमाने पर रुचि दिखा रहे हैं भारतीय सर्जन 
आज है रोबोटिक्स मिनिमली इनवेसिव सर्जरी में  गोल्ड स्टैण्डर्ड 

एस.आलम अंसारी 
देहरादून : उत्तराखंड में विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए अपनी एक अलग पहचान रखने वाले  प्रमुख स्वास्थ्य सेवा प्रदाता मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, देहरादून ने बुधवार को   देहरादून और आस पास के शहरों से आये 130 से अधिक प्रसिद्ध  डॉक्टरों की उपस्थिति में  ‘रोबोटिक सर्जरी’ पर एक सीएमई  ( कंटीन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन)
का आयोजन किया।  सभी प्रसिद्ध चिकित्सकों को इस मौके पर रोबोटिक सर्जरी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
मैक्स अस्पताल, देहरादून  की और से  आयोजित सीएमई ( कंटीन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन) जिसमें मैक्स अस्पताल के रोबोटिक सर्जरी विशेषज्ञों ने एक पैनल चर्चा जिसमें डॉ. जी.पी पेन्युली- डायरेक्टर डिपार्टमेंट ऑफ जनरल सर्जरी एंड रोबोटिक्स, डॉ. लूना पंत- निदेशक – प्रसूति एवं स्त्री रोग, डॉ विशाल एन कुलश्रेष्ठ-प्रिंसिपल कंसल्टेन्ट – बेरिएट्रिक सर्जरी विभाग, डॉ. ज्योति रैना-प्रिंसिपल कंसल्टेन्ट  – प्रसूति एवं स्त्री रोग, रोबोटिक एवं लैप्रोस्कोपिक सर्जरी, स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी,   डॉ दीपक गर्ग- सीनियर कंसल्टेन्ट, यूरोलॉजी, किडनी ट्रांसप्लांट, यूरो-ऑन्कोलॉजी, रोबोटिक सर्जरी, डॉ मयंक नौटियाल- कंसल्टेन्ट और एचओडी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी और डॉ संदीप सिंह तंवर- सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – ऑपरेशंस और यूनिट हेड मैक्स अस्पताल देहरादून  ने प्रतिभाग किया।
मैक्स अस्पताल ने हाल ही में दा विंची एक्स सर्जिकल रोबोट लॉन्च किया जो भारत में सबसे उन्नत तकनीकों में से एक है। इसके लॉन्च के बाद से, अस्पताल के सर्जनों की टीमों ने हर्निया, हिस्टेरेक्टॉमी, ओवेरियन सिस्टेक्टॉमी, नेक डिसेक्शन, नेफरेक्टोमी और पाइलोप्लास्टी के लिए रोबोटिक सर्जरी की है। पैनल चर्चा में, डॉ. जी.पी. पेन्युली ,डॉ. लूना पंत और डॉ. दीपक गर्ग ,डॉ विशाल एन कुलश्रेष्ठ और डॉ मयंक नौटियाल के साथ ही डॉ संदीप सिंह तंवर- सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – ऑपरेशंस और यूनिट हेड नेरोबोटिक सर्जरी के बारे में बताया।
पैनल चर्चा के दौरान बोलते हुए, डॉ. जी.पी. पेन्युली ने कहा, “रोबोटिक सर्जरी सभी विशिष्टताओं में अधिक सटीक हैं क्योंकि वे न्यूनतम इनवेसिव, न्यूनतम रक्त हानि और तेजी से रिकवरी का लाभ प्रदान करती हैं।”
डॉ. लूना पंत और डॉ. दीपक गर्ग ने कहा कि आज रोबोटिक्स मिनिमली इनवेसिव सर्जरी में  गोल्ड स्टैण्डर्ड  है। भारतीय सर्जन अब  इस तकनीक को अपनाने में बड़े पैमाने पर रुचि दिखा रहे हैं क्योंकि रोबोट-असिस्टेड सर्जरी उन्हें नियंत्रण पाने, बेहतर दृश्यता तक पहुंचने और बेहतर क्लीनिकल  परिणाम प्राप्त करने में मदद करती है। पारंपरिक सर्जरी की तुलना में लाभ होने के कारण मरीज  भी  अब रोबोट असिस्टेड सर्जरी का करवा रहे  हैं।
डॉ विशाल एन कुलश्रेष्ठ और डॉ मयंक नौटियाल ने कहा: दा विंची एक्स रोबोट डॉक्टरों को तेज सटीकता और लचीलेपन के साथ जटिल सर्जरी करने में अधिक सक्षम बनाता है। इस उन्नत तकनीक के साथ सर्जन उन उपकरणों का उपयोग करके न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी कर सकते हैं जिन्हें वे एक कंसोल के माध्यम से निर्देशित कर सकते हैं।

डॉ संदीप सिंह तंवर ने बताया ,
मरीज को अस्पताल में कम समय के लिए  रहना पड़ता है व रोबोटिक सर्जरी  में तेजी से होती है रिकवरी 
देहरादून। रोबोट असिस्टेड सर्जरी के फायदों के बारे में विस्तार से बताते हुए, डॉ संदीप सिंह तंवर- सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – ऑपरेशंस और यूनिट हेड ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी से सर्जनों को  इस तकनीक से सटीक और बढ़े हुए आवर्धन के साथ मुश्किल से पहुंचने वाले क्षेत्रों तक पहुंचने की आसानी होती है। रोबोटिक सर्जरी में बड़े चीरों के बजाय छोटे चीरे लगाए जाते हैं, इसलिए कम खून बहता है और मरीज को अस्पताल में कम समय के लिए  रहना पड़ता है और तेजी से रिकवरी भी  होती है।

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