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Big Breaking: अजब- गजब- बिना Approval के बढ़ा दिए ओपीडी चार्ज ,  मामला संज्ञान में आने के बाद  एक्शन में आया स्वास्थ विभाग , Meditrina Hospital Heart Centre  से 3 दिन में मांगा स्पष्टीकरण

स्वास्थ्य महानिदेशालय से सख्त निर्देश मिलने के बाद  चस्पा की गई ओपीडी शुल्क  संबंधी सूचना को हॉस्पिटल प्रबंध तंत्र ने दीवारों से हटाया 
डीजी हेल्थ कार्यालय  ने पिछले 1 माह के ओपीडी  मरीजों का डाटा भी मांगा , आगे की कार्रवाई संभव
एस.आलम अंसारी 
देहरादून: उत्तराखंड में लोगों के दिल को स्वस्थ रखने के लिए पीपीपी मोड पर चल रहे Meditrina Hospital
Heart Centre
मे प्रोजेक्ट ऑपरेशन कमेटी की संस्तुति लिए बिना ओपीडी पर्चे के चार्ज बढ़ा दिए गए । पिछले 1 महीने से Meditrina Hospital  के  Heart Centre में आने वाले मरीजों से ओपीडी पंजीकरण के बढ़े हुए चार्ज लिए जा रहे थे। मई माह में अस्पताल ने 1477 हृदय रोगी देखें गये।
स्वास्थ्य महानिदेशक के संज्ञान में यह मामला लाया गया तो विभाग हरकत में आया और  Meditrina Hospital  के प्रबंध तंत्र से 3 दिन में इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही उनसे मई माह का  ओपीडी में आए मरीजो का डाटा भी मांगा गया है। जिला अस्पताल देहरादून की दूसरी मंजिल पर पीपीपी मोड पर चल रहे  Meditrina Hospital  के प्रबंध तंत्र ने 1 मई से ओपीडी में आने वाले मरीजों का पंजीकरण शुल्क ₹28 से बढ़ाकर ₹300 कर दिया ।इतना ही नहीं पहले अस्पताल में आने वाले हृदय रोगियों के लिए जिला अस्पताल के काउंटर से ही ओपीडी पर्चा बनता था, मगर  Meditrina Hospital  ने यह ओपीडी पर्चा अपने ही काउंटर से बनाना शुरू कर दिया और मरीजों से ₹28 के स्थान पर ₹300 पंजीकरण के नाम पर वसूल किए। इस बढे हुए पंजीकरण शुल्क के बारे में जब स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ विनीता शाह को बताया गया तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले को फीरन दिखावाएंगी और अस्पताल से जवाब तलब किया जाएगा। जब स्वास्थ्य महानिदेशक से सवाल किया गया कि पीपीपी मोड पर होने के बावजूद Meditrina Hospital ने किसकी अनुमति से ओपीडी पंजीकरण शुल्क बढ़ाया है तो उन्होंने कहा कि वह इस बारे में बात करेंगी । एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि  अटल आयुष्मान योजना, सीजीएचएस और एसजीएचएस कार्ड धारकों से बढ़ा हुआ पंजीकरण शुल्क नहीं लिया जा सकता है। स्वास्थ्य महानिदेशक के संज्ञान में यह मामला आने के बाद विभाग हरकत में आया और Meditrina Hospital के सेंटर हेड को महानिदेशालय बुलाया गया और बड़े हुए पंजीकरण शुल्क के  बारे में पूरी जानकारी ली गई। स्वास्थ्य महानिदेशालय ने Meditrina Hospital के सेंटर हेड को नोटिस जारी कर 3 दिन में स्पष्टीकरण मांगा  है। साथ ही Meditrina Hospital  से मई माह में ओपीडी में आए मरीजों का डाटा भी मांगा गया है। हॉस्पिटल की तरफ से स्पष्टीकरण आने के बाद डीजी हेल्थ की ओर से एक्शन लिया जाएगा। डीजी हेल्थ कार्यालय की ओर से बताया गया कि प्रोजेक्ट ऑपरेशन कमेटी की संस्तुति के बिना हॉस्पिटल ओपीडी पंजीकरण शुल्क नहीं बढ़ा सकता है। स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से सख्त निर्देश मिलने के बाद    Meditrina Hospital प्रबंधन तंत्र ने उन स्टिकर को दीवारों से हटा दिया जिनमें  1 मई से ओपीडी कंसल्टेशन फी ₹300 लेने  की सूचना लगाई गई थी।

स्वास्थ्य महानिदेशक के निर्देश मिलने के बाद Meditrina Hospital  के सेंटर हेड को महानिदेशालय कार्यालय में बुलाया गया और उनसे ओपीडी कंसल्टेशन चार्ज बढ़ाने के बारे में जानकारी ली गई। ओपीडी का पंजीकरण शुल्क प्रोजेक्ट ऑपरेशन कमेटी के अप्रूवल के बिना नहीं बढ़ाया जा सकता है। इस बारे में अस्पताल प्रबंध तंत्र को नोटिस जारी कर 3 दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण मिलने के बाद स्वास्थ्य महानिदेशक के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी। मेडीटरीना अस्पताल के सेंटर हेड से मई माह का मरीजों का आंकड़ा भी मांगा गया है।
डॉ. तुहीन कुमार सहायक निदेशक स्वास्थ्य विभाग

अस्पताल में अब ओपीडी में आने वाले मरीजों से सरकारी दरों पर ही पंजीकरण शुल्क लिया जाएगा। उस सूचना को हटा लिया गया है जो दीवार पर चस्पा की गई थी ।मई माह में अस्पताल में 1477 हृदय रोग से संबंधित मरीजों को देखा गया।
भावेश मोंगा
सेंटर हेड मेडीटरीना हॉस्पिटल हॉट यूनिट देहरादून

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