प्रदेश के कृषि मंत्री जोशी की अध्यक्षता में 19 व 21 जून को गोवा में होगा राज्य कृषि विपणन बोर्डों की राष्ट्रीय परिषद COSAMB का राष्ट्रीय सम्मेलन, कई प्रदेशों के प्रतिनिधि करेंगे प्रतिभाग
देहरादून। प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि भारत में सभी राज्य कृषि विपणन बोर्डों के संघ के रूप में कार्य करने वाला राष्ट्रीय स्तर का स्वायत्त निकाय, जिसे लोकप्रिय रूप से राज्य कृषि विपणन बोर्डों की राष्ट्रीय परिषद के रूप में जाना जाता है, 1988 में स्थापित किया गया था। इसकी प्रमुख नीति के लिए पेशेवर एमडी के साथ इसकी सामान्य निकाय के साथ-साथ कार्यकारी समिति भी है। यह सक्रिय रूप से समन्वय गतिविधियों और सदस्य बोर्डों के बीच सार्थक जानकारी के आपसी आदान-प्रदान में लगा हुआ है। इसके पास देश में कृषि विपणन में सुधार के लिए प्रौद्योगिकियों और प्रणालियों को आमंत्रित करने, अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय का जनादेश है।
बुधवार को विधानसभा स्थित सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-एनएएम) एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है जो मौजूदा एपीएमसी मंडियों को कृषि वस्तुओं के लिए एक एकीकृत राष्ट्रीय बाजार बनाने के लिए नेटवर्क करता है।
स्मॉल फार्मर्स एग्रीबिजनेस कंसोर्टियम भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में ई एनएएम को लागू करने वाली प्रमुख ऐजेंसी है।
समय पर ऑनलाइन भुगतान के साथ उत्पाद की गुणवत्ता के आधार पर पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से बेहतर मूल्य खोज प्रदान करने, कृषि वस्तुओं में अखिल भारतीय व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए एक आम ऑनलाइन बाजार मंच के माध्यम से देश भर में एपीएमसी का एकीकरण । उन्होंने कहा कि
राज्य विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम, कार्यशाला, सम्मेलन और सेमिनार आदि आयोजित करके इस विषय पर ज्ञान और ज्ञान को एकत्र कर रहे हैं। अब कौसांब और गोवा राज्य कृषि विपणन बोर्ड “e-NAMः परिचालन कठिनाइयों और अवसरों” पर राष्ट्रीय सम्मेलन की कृषि मंत्री जोशी और राज्य कृषि विपणन बोर्ड की राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्ष की अध्यक्षता में 19-21 जून को होटल फॉर्च्यून, बेनाउलिम बीच, गोवा में आयोजन कर रहे हैं।
सम्मेलन की मेजबानी गोवा राज्य कृषि विपणन बोर्ड सालसेट, गोवा और राष्ट्रीय राज्य कृषि विपणन बोर्ड परिषद नई दिल्ली द्वारा संयुक्त रूप से की जा रही है।
भारत के विभिन्न राज्य कृषि विपणन बोर्डों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, सिक्किम, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गोवा आदि से कुल 25-30 भारतीय प्रतिनिधि इस सम्मेलन में भाग लेंगे और अपने विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।