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गर्भवती महिलाओं के साथ मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस , योग से होने वाले विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी लाभ गर्भवती महिलाओं एवं उनके परिजनों को बताए गये

देहरादून। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय कोरोनेशन, देहरादून के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग एवं मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त मिडवाइफरी एजुकेटरों ने  गर्भवती महिलाओं के साथ विश्व योग दिवस मनाया । जिसके माध्यम से योग द्वारा होने वाले विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी लाभ गर्भवती महिलाओं एवं उनके परिजनों को विस्तारपूर्वक बताए गये। कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ शिखा जंगपांगी के दिशा निर्देश में करवाया गया।
गत 14 जून से जिला चिकित्सालय देहरादून में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत नर्स प्रैक्टिशनर मिडवाइफरी एज्युकेटर्स द्वारा प्रसव पूर्व जांच की ओ.पी.डी. एवं गर्भवती महिलाओं  के लिए  बनाए गये एक्सरसाइज रुम में गर्भावस्था के दौरान किये जाने वाले व्यायाम सिखाए जा रहे हैं। प्रदेश में मातृ मृत्यु दर कम करने के उद्देश्य से वर्तमान तक लगभग 1 हजार गर्भवती महिलाओं को सम्मानजनक देखभाल एवं प्रसव पूर्व जांच मिडवाइफरी एजुकेटर द्वारा दी गई है। जिसमें से 99 उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं का चिन्हीकरण किया गया तथा उन्हें उच्च परामर्श, जांच की सुविधा एवं संस्थागत प्रसव की महत्ता के बारे में जागरुक किया गया है।आयोजन में मिडवाइफरी एजुकेटर आरती कपरवान, वंदना रावत एवं लेबर रुम की मेटरन पूनम गौतम आदि उपस्थित रहे।
डॉ सरोज नैथानी ने कहा, 
योग से  गर्भावस्था के दौरान मां से बच्चे को अच्छे से होता है खून का संचार
देहरादून।  निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ सरोज नैथानी  द्वारा योगासन से गर्भावस्था के दौरान होने वाले लाभ बताये गये। योगासन गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था एवं प्रसव पश्चात् स्वस्थ एवं शारीरिक रुप से दुरुस्त एवं तरोताजा रखता है। योगासन गर्भवती महिलाओं को सामान्य प्रसव के लिए तैयार करता है। गर्भावस्था के दौरान होने वाली परेशानियां जैसे कमर दर्द, पैरों में दर्द, नींद ना आना, कब्ज, तनाव, आदि से योग के दवारा निजात मिलता है तथा गर्भावस्था के दौरान मां से बच्चे को खून का संचार अच्छे से होता है।
डॉ सरोज   नैथानी द्वारा योग दिवस पर बताया गया कि जल्द ही प्रदेश के विभिन्न जिला चिकित्सालयों में मिड लेवल केयर यूनिट की स्थापना की जाएगी, जिसमें प्रशिक्षित नर्स प्रैक्टिशनर मिडवाइफ को तैनात किया जाएगा ताकि यह सुविधा का लाभ प्रदेश की समस्त गर्भवती महिलाओं को प्राप्त हो सके।

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