एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी:कुमाऊं टीम ने खटीमा से बाघ की खाल के साथ 4 तस्करों को किया गिरफ्तार, 15 किलो हड्डियां भी बरामद
देहरादून/ खटीमा । कुमाऊं क्षेत्र के जंगलों में लंबे समय से वन्य जीवों का शिकार कर उनके अंगों की तस्करी करने वाले सक्रिय गिरोह की धरपकड़ में एसटीएफ कुमाऊं टीम को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। एसटीएफ द्वारा बीते दिवस देर शाम वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली व तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी टीम के साथ एक संयुक्त कार्यवाही करते हुए पिथौरागढ़ के चार तस्करों को 11 फीट लंबी बाघ की खाल व तकरीबन 15 किलोग्राम बाघ की हड्डियों के साथ खटीमा टोल से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया है। एसटीएफ द्वारा पकड़े गए वन्य जीव तस्करों के नेटवर्क उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक फैला था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते कुछ समय से एसटीएफ को कुमाऊं क्षेत्र के जंगलों से वन्यजीव-जन्तुओं के अवैध शिकार की सूचनाएँ प्राप्त हो रही थी जिस पर उनके द्वारा तस्करों की धरपकड़ को एसटीएफ की कुमायूँ यूनिट को सक्रिय किया गया। जिस क्रम में कल शनिवार को एसटीएफ टीम को गोपनीय सूचना मिली कि वन्यजीवों की तस्करी करने वाले 4 तस्कर सफेद रंग की बोलेरो जीप में खटीमा की तरफ आ रहे। जिसपर एसटीएफ कुमाऊं टीम द्वारा त्वरित ही वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली व वाइल्ड लाइफ दिल्ली व खटीमा फोरेस्ट टीम को सूचित करते हुए संयुक्त टीम गठित करते तस्करों के वाहन यूके05टी ए 2815 को खटीमा टोल प्लाजा के पास घेराबंदी कर रोक लिया। व वाहन की तलाशी लेने पर उसमे से बाघ की खाल व तकरीबन 15 किलोग्राम बाघ की हड्डी बरामद की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि संयुक्त टीम द्वारा उक्त कार्यवाही में पकड़े गए तस्कर कृष्ण कुमार,गजेंद्र सिंह,संजय कुमार,हरीश कुमार धारचूला, पिथौरागढ़ के निवासी है,जिन्होंने पूछताछ में बताया कि वह उक्त खाल व हड्डियों को काशीपुर के व्यक्ति से लाये थे और वह सभी उन्हें बेचने के लिए खटीमा जा रहे थे।उन्होंने बताया कि बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु होने के चलते वन्यजीव जन्तु संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में रखा गया है,जिसके चलते इसका शिकार करना एक गम्भीर अपराध है,जिसके चलते पकड़े गये तस्करों के विरुद्ध तराई पूर्वी वन प्रभाग खटीमा में वन्यजीव-जंतु संरक्षण अधिनियम में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार तस्करों के पास से बरामद खाल व हड्डियां पकड़ी गई तस्करियों में अब तक की सबसे बड़ी टाइगर स्किन है जिसकी लम्बाई करीब 11 फिट है। उन्होंने बताया कि तस्करों द्वारा इतने बड़े टाइगर का शिकार कहाँ और कब किया गया इसकी पूरी जानकारी जुटायी जा रही है, जिसके साथ ही अभियुक्तो के अन्य लिंक्स, इनको किसको बेचने जाया जा रहा था व इनके द्वारा पूर्व में कितनी तस्करी की गई है,के सम्बन्ध में पूछताछ व छानबीन की जा रही है, जिसके बाद इस मामले में जल्द ही आगे अन्य अभियुक्तो की गिरफ्तारी की जाएगी। अभियुक्तों की धरपकड़ व बरामदगी में एसटीएफ के कांस्टेबल महेन्द्र गिरि व किशोर कुमार की विशेष भूमिका रही।एसएसपी एसटीएफ द्वारा तस्करों को पकड़ने वाली टीम को पांच हज़ार रुपए नगद ईनाम देने की घोषणा की है।