वन विभाग के पिंजरे में फंसा आदमखोर गुलदार, देहरादून में दो बच्चों को बनाया था निवाला, स्थानीय लोगों और वन कर्मियों ने ली राहत की सांस
देहरादून। राजधानी में दो बच्चों को निवाला बनाने वाले गुलदार को आखिरकार वन विभाग की टीम ने पकड़ने में सफलता हासिल की है। माना जा रहा है कि इसी गुलदार ने दो बच्चों को निवाला बनाया था, गुलदार को पकड़ने के बाद स्थानीय लोगों और वन कर्मियों ने राहत की सांस ली है। इस गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम लंबे समय से कोशिश में जुटी हुई थी।
बीती 26 दिसंबर की रात को अभिमन्यु क्रिकेट अकादमी से थोड़ी दूर पर स्थित सिंगली गांव में गुलदार ने चार साल के अयांश को निवाला बना लिया था, इसके कुछ दिनों बाद ही गुलदार ने रिस्पना नदी के पास एक बच्चे पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था, इसके बाद बीती 25 फरवरी को ही देहरादून के गल्जवाड़ी क्षेत्र के किमाड़ी के मराड़ी चक की गुर्जर बस्ती में गुलदार ने एक 10 साल के बच्चे को मार डाला था, इन घटनाओं के बाद लोगों में वन विभाग के खिलाफ रोष भरा हुआ था।
मसूरी वन प्रभाग में एक गुलदार गुरुवार की सुबह पिंजरे में फंसा हुआ मिला, वन विभाग की मानें तो कई दिनों से इस गुलदार की लोकेशन मसूरी वन प्रभाग में मिल रही थी, इसलिए इस क्षेत्र में भी पिंजरे लगाए गए थे। 25 फरवरी को किमाड़ी क्षेत्र में रहने वाले गुर्जर परिवार के 10 बच्चे को गुलदार ने अपना शिकार बनाया था, जिसके बाद से ही इस पूरे क्षेत्र में दहशत बनी हुई थी। गुलदार के बढ़ते हमले और वन विभाग की निष्क्रियता पर भी सवाल खड़े किए गए, इसके बाद से ही वन विभाग गुलदार को पकड़ने के लिए मशक्कत में जुटा हुआ था। वहीं, अब मसूरी वन प्रभाग क्षेत्र में गुलदार के पिंजरे में फंसने के बाद वन विभाग ने राहत की सांस ली है। बताया जा रहा है कि यह गुलदार करीब 5 से 6 साल का नर गुलदार है, इसी ने किमाड़ी में बच्चे को अपना शिकार बनाया था।