बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना ने जाना आपदा प्रभावित जाखन गांव के लोगों का दुख दर्द ,आयोग की ओर से हर संभव मदद का दिया आश्वासन
पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं और पीड़ा को सुना
लोगों ने एक ही स्थान पर पुनर्वास किया जाने की रखी मांग
देहरादून। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ.गीता खन्ना ने विकासनगर के जाखन गाँव के आपदा प्रभावित जिसमे लगभग 22 परिवार के घर बारिश से बह गए हैं उन परिवारों से भेंट कर उनकी समस्याओं और उनकी पीड़ा को सुना । डॉ.गीता खन्ना ने पुनः पुनर्वास को लेकर अधिकारियों से बातचीत की I उनके द्वारा आपदा प्रभावित परिवार वालों को आश्वासन दिया गया कि आयोग उनकी हर संभव मदद करेगा
आयोग अध्यक्षा ने वहां पर पर स्थित कुछ महिलाओ से उनके रहने और खाने की समस्या के बारे में जानकारी ली। इस पर परिवारवालों ने संतोष जताते हुए प्रशासनिक व्यवस्था को धन्यवाद किया।
अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना को बातचीत के दौरान पता चला कि आपदा ग्रसित परिवार के बड़े बच्चे अपने रिश्तेदारों के यहाँ भेज दिए गए हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा की दृष्टि से यह सही नहीं है। वो इस हादसे के बाद डरे हुए है और साथ ही उनकी शिक्षा इससे बाधित हो रही है । इसलिए पश्ता के विद्यालयों में शिक्षकों के द्वारा विद्यालय में शिक्षा को सुचारु करना आवश्यक है जिससे बच्चे इस हादसे से उबर सकें I इसके साथ ही अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना ने मनोवैज्ञानिक को भी भेजने की बात कही ,जिससे बच्चों को इस आघात को कम करने में मदद मिले ओर साथ साथ उनकी शिक्षा में निरंतरता बनी रहे ।
मौके पर मौजूद कई महिलाओं ने बताया कि वह अपने छोटे बच्चो को अपने खेतों में लेकर जा रही हैं, उसके लिए आईसीडीएस विभाग के अधिकारियो को बताया गया कि शरणार्थी कैंप के पास ही आंगनबाड़ी की व्यवस्था की जाए, जिससे छोटे बच्चो को वहा रखा जा सके और जिसका समय प्रातः 8-2 बजे तक होना आवश्यक है। अपना सब कुछ गंवा चुके परिवारों के लिए अपने खेतों को संभालना एक और अहम चुनौती है
पुनर्वास के लिए सभी परिवारों ने अध्यक्ष के सामने यह मांग भी रखी कि उनका पुनर्वास अलग अलग स्थानों में न करके किसी एक स्थान पर किया जाए जिसमें वो सभी परिवार एक साथ रह सकें।