कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा, डेंगू से निपटने में नाकाफी साबित हो रहे प्रयास , फॉगिंग के लिए दिया गया 40 लाख कहां गया, बताए निगम, स्मार्ट सिटी के नाम पर खोदी गई सड़कों में पानी भरने से पनप रहे मच्छर
देहरादून। उत्तराखण्ड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रदेश में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। शनिवार को राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में माहरा ने कह कि राज्य में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है, लेकिन सरकार मूक दर्शक बनकर बैठी हुई है। करन माहरा ने आरोप लगाया कि सरकार ने डेंगू से निपटने के लिए देहरादून नगर निगम को करीब 40 लाख रुपए का भारी भरकम बजट फॉगिंग के लिए दिया था, मगर किसी भी मोहल्ले में सही प्रकार से फॉगिंग नहीं की जा रही है। स्मार्ट सिटी के नाम पर जगह-जगह सड़कें खोद दी गई हैं, जहां बरसात में पानी भर गया और उनमें डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं, यहीं कारण है कि डेंगू महामारी का रूप लेता जा रहा है। माहरा ने बताया कि डेंगू के कारण अभीतक देहरादून में ही 12 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी दून में डेंगू के करीब 900 मामले सामने आ चुके हैं। माहरा ने कहा कि डेंगू हर साल आने वाली बीमारी है, जिसकी सरकार ने रोकथाम को लेकर कोई तैयारी नहीं की। माहरा ने डेंगू गाइडलाइन का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें सरकार की बुद्धि पर तरस आता है, क्योंकि 10 हजार से नीचे प्लेटलेट्स आने पर ही ब्लड बैंक से उस मरीज को प्लेटलेट दी जाने की बात की गई है, लेकिन इतने कम प्लेटलेट्स की वजह से मरीज की स्थिति चिंताजनक हो जाती है। उन्होंने कहा कि 30,000 से नीचे प्लेटलेट्स आने पर मरीज घबरा जाता है, लेकिन सरकार डेंगू को लेकर ऐसी एडवाइजरी जारी कर रही है, जो जनता को भयभीत करने के समान है।
कहा , बागेश्वर में हुई भाजपा की नैतिक हार
देहरादून। बागेश्वर उपचुनाव में हार के सवाल पर कहा कि इस चुनाव में भाजपा की नैतिक हार हुई है। क्योंकी भाजपा प्रत्याशी पार्वती दास के पोलिंग बूथ यानी मंडलसेरा में भी कांग्रेस को लीड मिली है।
माहरा का कहना है कि बागेश्वर उपचुनाव में कांग्रेस का 20 प्रतिशत वोट बैंक बढ़ा है। सारी कोशिशों के बाद भी भाजपा अपना वोट बैंक नहीं बढ़ा पाई। इसके उल्ट कांग्रेस ने पिछले चुनाव की तुलना में 10 हजार वोट जोड़े हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस चुनाव को प्रभावित करने के लिए विपक्ष पर जहां पाबंदियां लगाई थी, वहीं शोक सभा के नाम पर अपने नेताओं के लाइव भाषण वोटिंग के दिन दिखाने का काम किया , जो अपने आप में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।