ग्राम्य विकास विभाग के Alumni Cum CxO Meet कार्यक्रम में बोले विभागीय मंत्री जोशी, प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार देने से इंडस्ट्री को भी मिलता है कुशल एवं मेहनती कार्य बल
ग्राम्य विकास मंत्री ने किया दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अन्तर्गत एल्युमिनि कम सीएक्सो मीट का शुभारम्भ
देहरादून में योजना के तहत स्थापित माइग्रेशन सह काल सेंटर का भी वर्चुअल उद्घाटन भी किया
प्रशिक्षण पूर्ण कर चुके युवाओं को प्रदान किए नियुक्ति पत्र
देहरादून। ग्राम्य विकास विभाग की और से आयोजित पं. दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अन्तर्गत एल्युमिनि कम सीएक्सओ मीट कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने किया । सोमवार को संस्कृति आडिटोरियम देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में ग्राम्य विकास मंत्री जोशी ने ग्रामीण युवाओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि यह कार्यक्रम कार्यरत तथा प्रशिक्षणरत युवाओं के अनुभवों को साझा करने का मंच है ।साथ ही सीएक्सओ मीट के माध्यम से नियोक्ताओं के साथ भी अनुभव साझा करते हुये उद्योग की मांग के अनुसार युवाओं के कुशल कार्यबल को तैयार करने में सहायता मिलती है। उन्होने यह भी कहा कि इस प्रकार के आयोजन से युवाओं को रोजगार के लिये प्रोत्साहन तथा रोजगार के अधिकाधिक अवसर भी मिलते है।
ग्राम्य विकास मंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित लगभग 35 नियोक्ता कम्पनियों से योजना के तहत प्रशिक्षित युवाओं को अधिकाधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जाने का आव्हान किया। उन्होने यह भी कहा कि उत्तराखंड के ग्रामीण युवा इमानदार एवं मेहनती है।इसलिए इन प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार दिये जाने से न सिर्फ इन युवाओं को रोजगार मिलेगा बल्कि इंडस्ट्री को भी कुशल एवं मेहनती कार्यबल से लाभ होगा।
ग्राम्य विकास मंत्री जोशी ने देहरादून में योजना के तहत स्थापित माइग्रेशन सह काल सेंटर का भी वर्चुअल उद्घाटन किया । जोशी ने कहा कि माइग्रेशन सपोर्ट सेन्टर में प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद नौकरी पर जा रहे युवाओं को अस्थायी आवासीय सुविधा तथा रियायत दर पर भोजन की व्यवस्था उपलब्ध करायी जायेगी। यहॉ पर युवाओं की करियर काउन्सिलिंग भी की जायेगी। ऐसे युवा जो प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भी नौकरी नहीं कर रहें, कॉल सेन्टर द्वारा उनको कॉल कर पुनः रोजगार के नये अवसर प्रदान किये जायेंगे।इस अवसर पर योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कुशल युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए विभिन्न कम्पनियों के लगभग 35 नियोक्ताओं द्वारा भी प्रतिभाग किया गया। 05 नियोक्ताओं के साथ एमओयू भी हस्ताक्षरित किया गया है। साथ ही लगभग 900 रोजगाररत युवाओं एवं प्रशिक्षणरत युवाओं द्वारा उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया तथा अपने अनुभवों का आदान प्रदान किया गया। कुछ युवाओं के साथ उनके अभिभावको द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।
दीनदयाल उपाध्याय-ग्रामीण कौशल्य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के अन्तर्गत एल्युमिनी कम सीएक्सओ मीट कार्यक्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूह के द्वारा हस्त निर्मित उत्पादों का स्टॉल भी लगाया गया।
ग्राम्य विकास मंत्री जोशी ने एल्यूमनी कम सीएक्सओ मीट में प्रतिभाग करने वाले युवाओं को सम्मानित किया, प्रशिक्षणरत प्रशिक्षार्थियों को वेलकम किट का वितरण एवं प्रशिक्षण पूर्ण कर चुके युवाओं को नियुक्ति पत्र पदान कर उनको उज्जवल भविष्य शुभकामनांए प्रदान की ।
कार्यक्रम में सचिव ग्राम्य विकास राधिका झा, अपर सचिव ग्राम्य विकास एवं परियोजना निदेशक, डीडीयू-जीकेवाई नितिका खण्डेलवाल, आनन्द स्वरूप, आयुक्त ग्राम्य विकास, उपायुक्त एके राजपूत, एसके तिवारी, संयुक्त निदेशक स्किल्स, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार, डॉ प्रभाकर बेबनी, मुख्य क्रियान्वयन अधिकारी, डीडीयू-जीकेवाई, टीएसए टीम के सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मो.असलम, परियोजना समन्वयक, महात्मा गांधी नरेगा ने किया।
युवाओं को इंडस्ट्री की मांग के अनुसार दिया जाए प्रशिक्षण: राधिका झा
देहरादून। सचिव ग्राम्य विकास राधिका झा द्वारा योजना के तहत युवाओं को इन्डस्ट्री के मांग के अनुसार प्रशिक्षण दिये जाने की आवश्यकता पर बल दिया साथ ही यह भी बताया कि इंडस्ट्री की मांग के अनुसार नये प्रशिक्षण माड्यूल तैयार किये जाये। युवाओं के प्लेसमेंट टेकिंग पर भी योजना के तहत विशेष ध्यान दिया जाये ताकि प्रशिक्षण की गुणवत्ता उच्च कोटि की बनी रहे। उन्होने यह भी कहा कि इन युवाओं को इन्डस्ट्री की मांग के अनुसार रि-स्किल प्रशिक्षण दिये जाने पर भी विचार किया जायेगा।
रोजगार के नये अवसर प्रदान कराना है मीट आयोजन का मुख्य उद्देश्य:नितिका खण्डेलवाल
देहरादून। अपर सचिव ग्राम्य विकास/परियोजना निदेशक डीडीयू-जीकेवाई नितिका खण्डेलवाल
ने बताया कि ग्राम्य विकास विभाग द्वारा एल्युमिनी कम सीएक्सओ मीट के आयोजन कराने का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण युवाओं के लिये विभिन्न नियोक्ताओं के साथ चर्चा कर रोजगार के नये अवसर प्रदान कराना है तथा इन्डस्ट्री को कुशल मानव संसाधन उपलब्ध करवाने में मदद करना है।एल्युमिनी मीट के अन्तर्गत प्रशिक्षणरत युवाओं को ऐसे युवाओं के साथ विचार विमर्श का अवसर प्रदान किया गया है जो वर्तमान में प्रशिक्षणरत है तथा जो योजना के तहत पूर्व में प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए रोजगार प्राप्त कर रहे है तथा अभ्यर्थियों द्वारा आपस में अनुभवों का आदान प्रदान भी किया जाता है।