मौसम विभाग का अनुमान हुआ सही साबित: उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, बारिश और बर्फबारी के बाद कई जनपदों में गिरा तापमान, राजधानी देहरादून में ठंड के अहसास ने निकलवाए गर्म कपड़े
तेज बारिश से जनजीवन पर पड़ा असर, बच्चों को स्कूल और दफ्तर जाने के लिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा
कई पर्वतीय जनपदों में बर्फबारी के बाद सर्दी बढी
देहरादून। उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी का सिलसिला शुरू होने से सोमवार को मौसम पूरी तरह बदला हुआ नजर आया।मैदानी जिलों में तेज बारिश से सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त दिखाई दिया तो वहीं ऊंचे स्थानों पर बर्फबारी से तापमान में काफी ज्यादा गिरावट देखने को मिली। मौसम विभाग ने पहले ही राज्य में बारिश और बर्फबारी को लेकर भविष्यवाणी कर दी थी। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के कई जनपदों में बारिश हुई है। 17 अक्टूबर के लिए भी मौसम विभाग ने उधम सिंह नगर और हरिद्वार को छोड़कर बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 18 अक्टूबर को प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है।
राजधानी देहरादून सहित प्रदेश के कई जिलों में बारिश के साथ ही तेज गर्जना हुई। बारिश के बीच अचानक राजधानी देहरादून में अंधेरा छा गया। वाहनों को दिन में हेडलाइट जलानी पड़ी।
सोमवार को बारिश के साथ ही तेज हवाएं चलने से मौसम ठंडा हो गया है। बदले मौसम के मिजाज के चलते ठंड बढ़ने से लैंसडाउन चौक के पास लोगों ने अलाव का सहारा लिया। वहीं धुंध के कारण अंधेरा होने से वाहनों को दिन में हेडलाइट जलानी पड़ी। बारिश होने से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। सुबह स्कूली बच्चों और नौकरीपेशा लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। राजधानी देहरादून सहित प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। हरिद्वार में तेज तूफान से धूल मिट्टी, कूड़ा तेज शहर के रोड और गलियों में पसर गया। तेज आंधी के चलते कई जगह पेड़ की शाखाएं टूट कर गिर गई। छुट्टी के बाद स्कूल से बच्चों को घर लाने के लिए बारिश के कारण परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे से मौसम में बदलाव देखने को मिला ।सोमवार सुबह से ही देहरादून में तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। खास बात यह है कि पूरे प्रदेश में अधिकतर जगहों पर बारिश या बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। इसके कारण तापमान में भारी गिरावट महसूस की गई। मौसम विभाग ने तीन दिनों तक तेज बारिश और बर्फबारी होने की भविष्यवाणी की थी, जो सच साबित हुई है। सोमवार सुबह से ही बारिश लगातार जारी रही।आसमान में बिजली की कड़कड़ाहट और तेज बारिश ने मौसम के रुख को बदल कर रख दिया ।
देहरादून में हुई बारिश के कारण तापमान कम हुआ है और इससे 24 घंटे में ही लोगों को सर्दी का अहसास होने लगा है। ऊंचे स्थानों पर तेज बारिश के साथ बर्फबारी से तापमान में कई डिग्री तक कमी आ गई ।
ऊंचे पहाड़ों पर बराबरी का असर मैदानी जिलों में भी ठंडी हवाओं के रूप में देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटे में भी बारिश होने की भविष्यवाणी की है। सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए रहने से पछुवादून सहित चकराता के आसपास के इलाकों में बारिश हुई। बारिश होने के कारण ठंड में इजाफा हो गया है।लोगों ने सर्दी में पहनने वाले कपड़े निकाल लिए हैं।मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार
पछुवादून सहित जौनसार बावर और चकराता के आसपास के इलाकों में बारिश हुई। बारिश के चलते जहां तापमान में गिरावट देखी गई , वहीं लोगों को भी ठंड का सामना भी करना पड़ा। इसके चलते लोगों ने सुबह ही गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए थे।रोजमर्रा के जरूरी सामान खरीदने के लिए बाजार गए लोग सामान खरीद कर ठंड के चलते घरों में दुबकने को मजबूर हो गए । साथ ही पहाड़ी क्षेत्र के किसानों को भी इस समय की बारिश से लाभ होने की उम्मीद है।कई दिनों से बारिश न होने से खेती किसानी में लोगों को समस्याएं आ रही थी। इस कारण से किसान खेतों में हल चलाने में काफी दिक्कतों का सामना कर रहे थे।पहाड़ी क्षेत्रों में अधिकतर कृषि खेती किसानी आसमानी बरिश पर निर्भर करती है।वहीं अब किसानों के लिए खेतों में हल चलाना भी आसान होगा। खेतों में खड़ी दलहनों की फसल तोर, उड़द आदि को भी लाभ मिलेगा। वहीं कुछ किसानों द्वारा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मटर की खेती भी की हुई है।इससे मटर की खेती करने वाले किसानों को भी बारिश का लाभ मिलने की उम्मीद है। वहीं कुमाऊं में कई इलाकों में भी बारिश हुई है। बारिश के कारण तापमान में गिरावट आने से ठंड का असर बढ़ गया है। लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं।