उत्तराखण्डकृषिदेहरादून

उत्तराखंड के कृषि मंत्री जोशी बोले, काश्तकारों को विभिन्न औद्यानिक निवेश निर्धारित समय पर उपलब्ध कराये जाएं, मार्केटिंग व्यवस्था को भी किया जाए  सुदृढ़ 

उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद्  प्रबन्ध समिति की 7वीं बैठक आयोजित 
बोर्ड के कार्यों का दिया गया प्रस्तुतीकरण
होल्टीकल्चर के फील्ड में कार्य कर रहे अधिकारियों को हिमाचल और कश्मीर भ्रमण करने के भी निर्देश 
देहरादून। प्रदेश के कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी की अध्यक्षता में रिंग रोड़ स्थित वीर माधौ सिंह भण्डारी किसान भवन के प्रथम तल सभागार में उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद्  प्रबन्ध समिति की 7वीं बैठक की गई।
सर्वप्रथम बैठक में परिषद की विगत वर्षो की आय – व्यय विवरण पत्र प्रस्तुत करने के साथ ही गत बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार बोर्ड के द्वारा सम्पादित कार्यों का प्रस्तुतिकरण दिया गया। जिसके बाद  बैठक के एजेण्डे पर बिन्दुवार चर्चा की गयी। बैठक में परिषद की साधारण सभा व कार्यकारिणी समिति में महानिदेशक, कृषि एवं उद्यान को सदस्य के रूप में नामित करने पर परिषद के प्रबन्ध समिति द्वारा स्वीकृति – अनुमोदन प्रदान किया गया। उद्यान विभाग को पेपर रहित बनाने एवं औद्यानिक आंकड़ो के डिजिटाइजेशन तथा समस्त किया-कलापों को डिजिटल माध्यम से किये जाने के लिए  “प्रोजेक्ट डिजिटल उद्यान” स्वीकृति – अनुमोदन के साथ प्राजेक्ट का व्यय विवरण से बोर्ड को अवगत कराने को निर्देशित किया गया।
बैठक में कृषि मंत्री गणेश जोशी ने निर्देश देते हुए कहा कि परिषद की प्रबन्ध समिति एंव कार्यकरणी समिति की बैठकें नियमानुसार नियत समय पर कराई जाय। राज्य में पुष्प उत्पादन बढ़ावा दिये जाने के लिए  हालैण्ड एंव थाइलैण्ड की तर्ज पर उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद के अधिकारियों को भ्रमण  के लिए  निर्देश दिये गये। जोशी  ने राज्य में काश्तकारों को विभिन्न औद्यानिक निवेश निर्धारित समय पर उपलब्ध कराये जाये । राज्य में विभागीय अधिकारी सीधा कृषक से संवाद कर उनसे जानकारी प्राप्त कर उनकी -समस्याओं का त्वरित गति से समाधान करने के भी निर्देश दिए। विभागीय मंत्री ने कहा कि  बोर्ड की बैठक समय पर की जाए। ताकि जिस उद्देश्य के साथ बोर्ड बैठक हो उसका लाभ मिल सके। उन्होंने मार्केटिंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिए।  जोशी ने कहा प्रदेश में बागवानी एवं पुष्प उत्पादन के क्षेत्र में अनेेक सम्भावनाएं है। उन्होंने  बागवानी क्षेत्र से जुडे़ कास्तकारों को अवस्थापन सुविधाओं को देने के लिए कार्य योजना बनाये। जिसके लिए होल्टीकल्चर मार्केटिक बोर्ड को विशेष प्रयास करने होंगे। उन्होंने होल्टीकल्चर के फील्ड में कार्य कर रहे अधिकारियों को हिमाचल और कश्मीर भ्रमण करने के भी निर्देश दिए। मंत्री ने कहा किसानों के साथ गोष्ठी की जाए और किसानों के अनुभवों को भी सम्मलित किया जाए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्द्धन, महानिदेशक, कृषि एंव उद्यान रणवीर सिंह चौहान, उपसचिव उद्योग शिव शंकर मिश्रा, सीईओ बोर्ड नरेंद्र यादव, प्रबन्ध निदेशक, विजय थपलियाल, उपनिदेशक मीनाक्षी तिवारी, निदेशक महेन्द्र पाल सहित बोर्ड समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
अम्ब्रेला ब्राण्ड नेम” निर्माण के लिए प्रबन्ध समिति ने दी अनुमोदन 
राज्य में उत्पादित समस्त कृषि एवं औद्यानिक उत्पादों के बेहतर विपणन एवं वृहद प्रचार-प्रसार के लिए  उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद के अधीन “अम्ब्रेला ब्राण्ड नेम” निर्माण के लिए प्रबन्ध समिति के द्वारा अनुमोदन – स्वीकृति प्रदान की गयी। राज्य के ऐसे कृषक जिनके पास कृषि एवं बागवानी योग्य भूमि है तथा वे राज्य से पलायन कर अन्य स्थानों पर जा रहे हैं। उनके खेत परती हैं, ऐसे कृषकों के साथ त्रिपक्षीय अनुबन्ध (भूस्वामी, परिषद व सेवा प्रदाता संस्था के मध्य ) कर भूमि विकास / बागवानी विकसित करने  के लिए  ‘प्रोजेक्ट बाग-बहार’ पर परिषद के माध्यम से सेवा प्रदाता के रूप में कार्य करने की प्रबन्ध समिति के द्वारा स्वीकृति / अनुमोदन दिया गया।  राज्य में स्थापित छोटे समूहों के सहयोग के दृष्टिगत देहरादून में ” द  ब्रैंड ऑफ उत्तराखंड ” तीन दिवसीय महोत्सव के आयोजन  के लिए   प्रबन्ध समिति के द्वारा स्वीकृति एंव अनुमोदन प्रदान किया गया।

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