उत्तरकाशीउत्तराखण्ड

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने किया सिलक्यारा टनल  घटनास्थल का स्थलीय निरीक्षण , मामले को गंभीर बताया,कहा- अनुभवहीनता, परियोजना निर्माण में लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण हुआ हादसा

सिल्क्यारा टनल ने राष्ट्रीय स्तर पर भी आपदा प्रबंधन की पोल खोली
सीबीआई जांच कर दोषियों के विरुद्ध हो आपराधिक मुकदमें
उत्तरकाशी। यमनोत्री राजमार्ग के निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में पिछले 9 दिनों से कैद 41 श्रमिकों के मामले में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण पूर्व विधायक गंगोत्री विजयपाल सजवाण व पूर्व विधायक केदारनाथ मनोज रावत ने घटनास्थल का स्थलीय निरीक्षण कर मामले को गंभीर बताया।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि सिलक्यारा टनल हादसा अनुभवहीनता, परियोजना निर्माण में लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण हुआ है। हादसे के बाद फंसे लोगों को निकालने के लिए जिन विकल्पों पर काम किया जा रहा है उन्हें इस परियोजना को शुरू करते समय ही स्थापित किया जाना चाहिए था। उन्होंने मांग की कि, यह मामला दर्जनों जानों को संकट में डालने और बड़े स्तर के भ्रष्टाचार का है इसलिए सरकार को हादसे की सीबीआई जांच कर दोषियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमें दर्ज करने चाहिए।
आर्य ने सेमवार को सिलक्यारा में हादसा स्थल पर पंहुच कर जिला प्रशासन, तकनीकी विशेषज्ञों, बचाव में लगी संस्थाओं, टनल के अंदर फंसे परिवारों के सदस्यों और स्थानीय लोगों से भेंट कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि, परियोजना के निर्माण के शुरू करते समय ही एडिट टनल और एस्केप टनलों का निर्माण किया जाना चाहिए था जो नही बनाई गई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, दुनिया की कोई भी लंबी टनल बिना एडिट टनल के नही बनती है इसलिए सरकार को साफ करना चाहिए कि 5 किलोमीटर लंबी यह टनल बिना एडिट टनल बने कैसे बन रही थी। आर्य ने कहा कि, मलबा टनल के शुरुआती 70 मीटर की दूरी पर ही गिरा है लेकिन हादसे के नौ दिन बीतने के बाद अभी तक सब कुछ अनिश्चित है। बचाव कार्य के लिए जिन 6 विकल्पों की बात की जा रही है उनकी प्रगति जमीन पर अभी नहीं के बराबर दिख रही है, नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार भले ही कितने बड़े दावे कर ले सिलक्यारा हादसे ने प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर आपदा प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी है।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष उत्तरकाशी दीपक बिजलवाण, गंगोत्री क्षेत्र के पूर्व विधायक विजय पाल सजवाण, केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मनीष राणा, जिला पंचायत सदस्य प्रदीप कैंतुरा, सतेंद्र कुमाई, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नत्थी लाल शाह, ब्लॉक अध्यक्ष सुरेंद्र पाल सिंह व बिजेंद्र नौटियाल आदि मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button