उत्तराखंड के नए डीजीपी अभिनव कुमार ने संभाला चार्ज, दिखाए सख्त तेवर, कहा- साइबर क्राइम व ड्रग्स पुलिस के सामने बड़ी चुनौती, अपराधियों के साथ पूरी कड़ाई से निपटेगी पुलिस, कानून व्यवस्था ठीक रखना पुलिस सबसे पहली जिम्मेदारी बताई
डीजीपी का चार्ज संभालने के बाद मीडिया से रूबरू हुए अभिनव कुमार
बोले, जिस शहर, जिस राज्य में पढ़ाई की ,उसी राज्य की पुलिस के मुखिया के तौर पर काम करने की जिम्मेदारी मिलना सुखद अनुभव
देहरादून।उत्तराखंड के नये पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने गुरुवार को चार्ज संभाल लिया । प्रदेश के नए पुलिस मुखिया ने अपराधियों के लिए सख्त तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एक शांत प्रदेश है और यहां अपराधियों के लिए पुलिस सख्ती के साथ पेश आएगी। डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा है कि पुलिस के सामने साइबर क्राईम और ड्रग्स का फैलता कारोबार भी एक बड़ी चुनौती है,जिससे सख्ती से निपटा जाएगा। अभिनव कुमार ने पुलिस महानिदेशक का चार्ज संभालने के बाद गुरुवार की शाम पुलिस मुख्यालय सभागार में प्रेसवार्ता करते हुए अपनी प्राथमिकताओं पर बात करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखना किसी भी पुलिस मुखिया के लिए सबसे पहली जिम्मेदारी होती है। उन्होने देहरादून सहित प्रमुख शहरों में बढ़ते हुए ट्रैफिक को नियंत्रित करने की व्यवस्था जैसे विषयों पर भी बात की।
डीजीपी अभिनव कुमार ने अपनी पढ़ाई के दिनों को याद करते हुए कहा है कि 80-90 के दशक में पढ़ाई के दौरान का देहरादून आज के देहरादून से अलग है। उन्होंने कहा कि ये मेरे लिए बहुत सुखद अनुभव है कि जिस शहर जिस राज्य में पढ़ाई की है उसी राज्य की पुलिस के मुखिया के तौर पर काम करने की जिम्मेदारी मिली है। उन्होने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि राज्य बनने से पहले देहरादून आज के देहरादून जैसा नहीं है। राजपुर रोड में दिलाराम चौक से आगे तक प्राकृतिक हरियाली वाला जंगल हुआ करता था,आज कंक्रीट का जंगल बसा हुआ है। ट्रैफिक सहित कई बदलाव हुए हैं।
कहा ,2025 तक ड्रग्स फ्री देवभूमि का सीएम का संकल्प पूरी गंभीरता के साथ करेंगे पूरा
प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा है कि पुलिस के सामने नशा-ड्रग्स एक बड़ी चुनौती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी 2025 तक राज्य को ड्रग्स फ्री करने का संकल्प दिया है। हम इसको बहुत गंभीरता से पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे। ड्रग्स फ्री करने को लेकर क्या खास रणनीति होगी के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि पुलिस पर ही पूरी तरह निर्भर नहीं रहा जा सकता है बल्कि समाज में परिवारों को भी इसमें सहभागिता निभानी होगी, और जन सहयोग से ही ड्रग्स फ्री उत्तराखंड का संकल्प साकार किया जाएगा।
मित्र पुलिस को बनाया जाएगा और ज्यादा व्यवहारिक,
पुलिस कर्मियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
पर्यटन प्रदेश उत्तराखंड में हरवर्ष बड़ी तादाद में पर्यटक देश और विदेश से आते हैं। साथ ही औद्योगिक और कारोबारी क्षेत्र से जुड़े लोगों का भी लगातार आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में उत्तराखंड की मित्र पुलिस को और अधिक व्यवहारिक और जनता से तालमेल के लिए प्रबोधन कार्यक्रम भी रखा जाएंगे। इस मामले में डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि इस ट्रेनिंग का मॉड्यूल फाइनल किया जाएगा, लेकिन उद्देश्य यही है कि अपराधियों के लिए पुलिस सख्त हो तो जनता के प्रति एक सहयोगी की भूमिका में प्रभावशाली बने।