नीति आयोग के कार्यक्रम में वर्चुअल शामिल हुए राज्यपाल व मुख्यमंत्री धामी, प्रधानमंत्री ने विकसित भारत@2047 से जुड़े आइडियाज पोर्टल को किया लॉंच , राज्यपाल ने कहा ,पीएम के नेतृत्व में देश को विकसित करने का हुआ बीजारोपण
देहरादून।राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग द्वारा वर्चुअल माध्यम से आयोजित विकसित भारत@2047: वाईस ऑफ यूथ कार्यक्रम में राजभवन देहरादून से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत@2047 से जुड़े आइडियाज पोर्टल का लॉंच किया।
प्रधानमंत्री के वर्चुअल संबोधन के बाद पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार 4 विभिन्न विषयों पर पैनल परिचर्चा का आयोजन हुआ जिसमें विभिन्न कुलपतियों द्वारा अपने महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किये गये। प्रथम सत्र में संपन्न एवं टिकाऊ अर्थव्यवस्था विषय पर पैट्रोलियम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राम शर्मा, इक्फाई विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामकरण सिंह, जीबी पंत विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं डीन डॉ. के. रावेरकर, एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान की प्रो. नीतू बोरा शर्मा ने प्रतिभाग किया। प्रतिभागियों ने परिचर्चा के दौरान सशक्त जीडीपी, जीडीपी के साथ जीईपी एवं कृषि क्षेत्र का अर्थव्यवस्था में योगदान, महिला सशक्तिकरण से आर्थिक सशक्तिकरण का वर्णन किया। सत्र का संचालन आईएमएस यूनिसन के कुलपति डॉ. रवि के श्रीवास्तव ने किया।
कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व सरकार के द्वारा देश को विकसित बनाने के भाव का बीजारोपण हुआ है, और आप सब जानते हैं जो व्यक्ति पेड़ लगाता है , वो उसका फल नहीं खाता, बल्कि उसकी आने वाली पीढ़ी उन फलों का स्वाद चखती है, ये कार्य भी कुछ ऐसा ही है, आने वाले समय में जब देश वर्ष 2047 में प्रवेश करेगा तो आप सब अपनी मध्यवस्था में होंगे, और आज जिस बीज का रोपण हुआ है, उस बीज को विशालकाय वृक्ष के रूप में देखेंगे, उसकी छाँव में जीवन गुजर बसर कर रहे होंगे, इसलिए इस यात्रा में आपकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधि परामर्शी राज्यपाल अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस. भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, एचएनबी राजकीय चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हेमचंद्र, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.के. जोशी, संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश शास्त्री, उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओ.पी.एस. नेगी, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली उत्तराखण्ड औद्योगिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. परविंदर कौशल सहित राजकीय और निजी विश्वविद्यालयों के शिक्षकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।