डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा, पुलिस के सामने अपराध व कानून व्यवस्था के साथ ही यातायात भी सबसे बडी चुनौती, जल्द लाया जाएगा सुधार, उत्तराखंड पुलिस को देश में टॉप फाइव में शामिल रखना लक्ष्य
साइबर ठगों पर भी नकेल कसी जायेगी व उनकी सम्पत्तियों को राज्य सरकार में निहित करने की तैयारी की जायेगी
उत्तराखंड को ड्रग्स फ्री बनाने का होगा प्रयास
देहरादून। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा कि प्रदेश में पुलिस के सामने अपराध कानून व्यवस्था के साथ ही यातायात सबसे बडी चुनौती है जिसमें सुधार लाया जायेगा।
मंगलवार को सरदार पटेल भवन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए अभिनव कुमार ने कहा कि प्रदेश में अपराध व कानून व्यवस्था के साथ यातायात भी सबसे बडी चुनौती है जिसमें सुधार लाया जायेगा। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है कि उत्तराखण्ड पुलिस देश की टॉप 5 पुलिस फोर्स में शामिल रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले साल सडक दुघर्टनाओं में 1400 से अधिक मौते हुई हैं। दुर्घटनाओ में कमी लाने का भी प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड पर्यटन स्थल है । यहां पर प्रत्येक वर्ष चार धाम यात्रा व कांवड यात्रा होती हैं ,यह भी पुलिस के लिए काफी चुनौती वाला काम होता है ।लेकिन प्रदेश पुलिस प्रत्येक चुनौती के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहाडी क्षेत्रों में होने वाली दुघर्टनाओं में रेस्क्यू आपरेशन चलाने के लिए एसडीआरएफ की अहम भूमिका रहती है तथा अभी तक एसडीआरएफ ने बहुत ही अच्छा कार्य किया है ,जिसको ध्यान में रखते हुए कुमांऊ मंडल के लिए भी अलग से एसडीआरएफ का गठन करने की योजना बनायी गयी है। जिसको जल्द पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ड्रग्स भी एक समस्या है तथा उनका प्रयास ड्रग्स फी उत्तराखण्ड बनाने का रहेगा। डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि इसके साथ ही साइबर ठगों पर भी नकेल कसी जायेगी तथा उनकी सम्पत्तियों को राज्य सरकार में निहित करने की तैयारी की जायेगी। प्रेसवार्ता में एडीजी प्रशासन अमित सिन्हा, आईजी रेंज करन सिंह नगन्यालय, आईजी निलेश आनंद भरणे भी मौजूद थे।