बिक्री कम दिखाकर टैक्स चोरी के मामले में राज्य कर विभाग ने स्माइल स्टोर रिटेल चेन के गोदाम और 4 आउटलेट पर की छापेमारी की बड़ी कार्रवाई, दस्तावेज खंगाले, स्टोर संचालक ने 66 लाख किए सरेंडर
देहरादून, सेलाकुई ,हरबर्टपुर और विकास नगर स्थित आउटलेट पर हुई कार्रवाई
विभागीय अधिकारी ने कहा ,विस्तृत जांच के बाद ही टैक्स चोरी की असली तस्वीर आएगी सामने
देहरादून: राज्य कर विभाग की टीम ने प्रसिद्ध रिटेल चेन स्माइल स्टोर के गोदाम और चार आउटलेट पर छापेमारी की बड़ी कार्रवाई की है। राज्य कर विभाग की टीम ने चार शाखाओं में छापेमारी कर करोड़ो की टैक्स चोरी पकड़ी है। स्माइल स्टोर के देहरादून, विकासनगर, हरबर्टपुर, सेलाकुई स्टोर्स व गोदाम में छापेमारी की गई। इस दौरान टीम ने दस्तावेजों को कब्जे में लिया । स्टोर संचालक ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए पेनल्टी के रूप में लगभग 66 लाख रुपए सरेंडर किए। विभाग की ओर से कहा गया है कि विस्तृत जांच के बाद ही कितनी टैक्स चोरी की गई है, यह साफ हो सकेगा ,जिसके आधार पर जुर्माना वसूला जाएगा।
विभाग की अनुसंधान शाखा को इनपुट्स मिले थे कि रिटेल चेन अपनी बिक्री छुपाते हुए वास्तविक से कम बिक्री घोषित की जा रही है। इन इनपुट्स पर विगत कई माह से गोपनीय जांच की जा रही थी। जांच में प्रथम दृष्टा टैक्स चोरी होने की बात सामने आने के बाद एक साथ गोदाम और 4 आउटलेट पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। छापेमारी की यह कार्रवाई जॉइंट कमिश्नर मुख्यालय श्याम तिरूवा के नेतृत्व में लगभग 30 सदस्यीय टीम ने की।इस सभी चारों स्टोर्स से भारी मात्रा में डिजिटल एवं मैनुअल रिकॉर्ड्स हासिल किए। स्टोर के कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। खरीद और बिक्री से संबंधित रिकार्ड भी देखे गए। सभी रिकार्ड की विभागीय अफसरों ने बारीकी से जांच की।तिरूवा ने बताया कि विशेष अनुसंधान टीम रिकॉर्ड्स की जांच करेगी , जिसके बाद ही वास्तविक कर चोरी के आंकड़े सामने आयेंगे। विभागीय अधिकारी केअनुसार स्माइल स्टोर द्वारा लगभग करोड़ो की बिक्री छुपाई जा रही थी, जिस पर जीएसटी अदा नहीं किया जा रहा था । इस जांच के लिए विभाग ने पूरी सतर्कता बरती तथा टीम के साथ फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम भी भेजी गयी थी। स्टोर संचालक ने आरोप स्वीकार करते हुए लगभग 66 लाख रुपए पेनल्टी के रूप में सरेंडर किए।
राज्य कर विभाग के मुख्यालय में तैनात जवाइन्ट कमिश्नर श्याम तिरूवा के नेतृत्व में छापेमारी की गई। कार्रवाई की दौरान विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे।