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चिकित्सा शिक्षा मंत्री डाॅ रावत ने किया GDMC के नवनिर्मित महर्षि सुश्रुत PG Hostel का लोकार्पण ,कहा- मोदी सरकार ने चिकित्सा क्षेत्र में 10 सालों में किए अभूतपूर्व काम, स्वास्थ्य सेवाएं और अवस्थापना सुविधाएं  हुई मजबूत

कहा, 2014 से पहले देश में थी एमबीबीएस की 53000 सीट अब हर साल 1.13 लाख बच्चे कर रहे एमबीबीएस,
पीजी की सीट 19000 से बढ़कर 60000 हो गई,
पहले के 300 मेडिकल कॉलेज के मुकाबले अब देश में है 675 मेडिकल कॉलेज,
उत्तराखंड में भी राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं और चिकित्सा शिक्षा को बेहतर से बेहतर करने का किया है काम
एस.आलम अंसारी
देहरादून। उत्तराखंड के चिकित्सा शिक्षा मंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने कहा कि पिछले 10 सालों में चिकित्सा क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुआ है। 2014 से पहले देश में 53 हजार एमबीबीएस की सीट थी।अब हर साल 1 लाख 13 हजार बच्चे एमबीबीएस कर रहे हैं।पीजी की सीट 19 हजार से बढ़कर  60 हजार हो गई हैं।
केंद्र में मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से पिछले 10 सालों में जहां पहले देश में 287 से 300 सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज थे, अब इनकी संख्या बढ़कर 675 हो गई है। उत्तराखंड में भी अब 10 मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई हो रही है यह हम सबके लिए गर्व की बात है।
बुधवार को प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के नवनिर्मित महर्षि सुश्रुत पीजी छात्रावास का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ रावत ने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले देश में 53  हजार  एमबीबीएस पास आउट होते थे, अब यह संख्या 1.13 लाख तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि पहले 19000 एमबीबीएस के छात्र पीजी करते थे ,अब 23000 छात्र पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स कर रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने कहा कि मोदी सरकार में दर्जनों एम्स बने हैं। चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछले 10 सालों में देश में 10 गुना कम हुआ है इतना ही नहीं मोदी सरकार में स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा बढ़ा है। एमबीबीएस और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स करने वाले छात्रों के लिए नौकरी के दरवाजे भी खुले हैं अब मेडिकल के छात्र मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में नौकरी कर सकते हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में 10 मेडिकल कॉलेज है वह खुद अक्सर हर महीने किसी न किसी मेडिकल कॉलेज में जाते हैं और छात्रों से मुलाकात कर उनके साथ वक्त गुजारते हैं छात्रों से मेडिकल कॉलेज में मिल रही सुविधाओं और शिकायतों और समस्याओं को भी सुनते हैं ताकि उनका निदान किया जा सके राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज में बच्चों को पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं बच्चों को छात्रावास में रहने और खाने की बेहतर सुविधा के साथ 14 घंटे लाइब्रेरी में स्टडी की सुविधा प्रदान की है मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए पर्याप्त संख्या में पुस्तके उपलब्ध कराई हैं इतना ही नहीं पुस्तकालय की सुविधा भी दी गई है ताकि राज्य में अच्छे डॉक्टर बन सके और बेहतर तरीके से अपनी सेवाएं  प्रदेश और देश के लोगों को दे सकें। चॉइस बेस्ड कैंटीन,खेलकूद,व्यायाम सहित तमाम इंतजाम किए हैं।ताकि एमबीबीएस करने वालों का सर्वांगीण विकास हो सके।
मेडिकल की पढ़ाई करने वालों के लिए न केवल शिक्षा बल्कि आगे रोजगार के भी अवसर बढ़े हैं।एक वक्त था मेडिकल कालेज में पांच घंटे पुस्तकालय खुलता था।अब 14 घंटे पुस्तकालय खोलने के निर्देश हैं। ई ग्रन्थालय की सुविधा भी शुरू की है।डॉ रावत ने कहा कि सरकार के पास पैसे की कमी नहीं है छात्रों की मांगों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं मगर छात्रों का भी दायित्व बनता है कि वह लक्ष्मण रेखा का ध्यान रखें। इस मौके पर  राजपुर रोड विधायक खजानदास ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि विषम भौगोलिक परिथितियों वाले उत्तराखंड की विषम में स्वास्थय सुविधाओं की पहुंच बड़ी चुनौती रही है।राज्य सरकार ओर सराहनीय काम कर रही है।आज स्वास्थ्य में मानव संसाधन की कमी काफी हद तक दूर हो गई है।वहीं,अवस्थापना विकास में भी लगातार काम हो रहा है।चिकित्सा अधीक्षक डा अनुराग अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में सीएमओ डा संजय जैन,डा केसी पंत,डा अभय,डा अनंत सिंह,डा आरएस बिष्ट,डा सुशील ओझा,मुख्य जनसंपर्क अधिकारी महेंद्र भंडारी आदि उपस्थित रहे।
हॉस्टल में पीजी छात्रों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं: डॉ सयाना
देहरादून।  चिकित्सा शिक्षा निदेशक और दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना ने इस मौके पर कहा कि महर्षि सुश्रुत पीजी हॉस्टल 14 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है 5 मंजिला इस छात्रावास में पीजी कोर्स करने वाले मेडिकल छात्रों को रहने की बेहतर सुविधा मिलेगी उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि हॉस्टल के एक कमरे में दो छात्र रह सकेंगे। हॉस्टल में पीजी छात्रों के लिए मैस की सुविधा भी रखी गई है। उनके लिए पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है। छात्रों के मनोरंजन का ध्यान भी रखा गया है।
चिकित्सा शिक्षा निदेशक डा आशुतोष सयाना ने कहा कि यहां पूर्व में एमएस आवास हुआ करता था।अब यहां पीजी छात्रावास का निर्माण किया गया है।भवन निर्माण में ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट का पूरा ख्याल रखा गया है।इसका नाम प्राचीन भारत के महान चिकित्साशास्त्री एवं शल्यचिकित्सक महर्षि सुश्रुत के नाम पर रखा गया है।
एनएमओ कांफ्रेंस में प्रतिभाग करेंगे देश भर के 2000   चिकित्सक, फैकल्टी और छात्र,
कहा, एक भारत -श्रेष्ठ भारत के तहत छात्रा व फैकल्टी का एक्सचेंज प्रोग्राम होगा शुरू
देहरादून। प्रदेश की चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने  एनएमओ कांफ्रेंस में आए देशभर के एमबीबीएस छात्रों का भी स्वागत किया। उन्होंने  कहा कि डॉक्टर बनने के बाद 15 दिन उत्तराखंड आएं।चारधाम यात्रा के दौरान यहां सेवा दें।आपके रहने खाने का इंतजाम राज्य सरकार करेगी।एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत छात्र व फैकल्टी का एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि देश के 10 मेडिकल कॉलेज के साथ एमओयू किया जाएगा ,ताकि उत्तराखंड के बच्चे अन्य राज्यों में और वहां के मेडिकल छात्रा उत्तराखंड आ सके डॉ रावत ने कहा कि गुरुवार को
एनएमओ कॉन्फ्रेंस के तहत देश भर से आए मेडिकल छात्रों की 30 किलोमीटर की साइकिल यात्रा का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश में 24 और 25 फरवरी को राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला आयोजित होने जा रही है, जिसमें देश भर के 2000 चिकित्सा फैकल्टी और मेडिकल स्टूडेंट्स प्रतिभा करेंगे।

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