आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट : उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था ने लगाया बड़ा जंप, विकास दर रही 7.63 फीसदी, प्रति व्यक्ति आय बढ़कर हुई 260201 रुपए, प्रदेश में विकास का पहिया तेजी से दौड़ने की उम्मीद
उत्तराखंड की जीडीपी बढ़कर 346.20 हजार करोड़ पहुंची
उत्तराखंड में अर्थिक विकास दर राष्ट्रीय दर से आगे
नियोजन विभाग के आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में सामने आये कई अच्छे संकेत
प्रदेश में बेरोजगारी दर में भी कमी देखने को मिली
एस.आलम अंसारी
देहरादून । उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश की गई। आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में वर्ष 2022-23 के दौरान जीडीपी में 7 .63 फीसदी की वृद्धि हुई थी, जबकि वर्ष 2023 -24 में यह वृद्धि 7.58 रहने की संभावना है। इस साल प्रदेश में अर्थव्यवस्था की रफ्तार 0.5 फीसदी कम रह सकती है। इसके अलावा प्रति व्यक्ति आय को लेकर राहत देने वाली बात यह है कि उत्तराखंड में साल 2023- 24 में लगभग 12 . 64 फीसदी की वृद्धि होने जा रही है। उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति आय अगले 1 साल में और भी बेहतर स्थिति में पहुंच जाएगी। उत्तराखंड में बेरोजगारी दर में भी भारी कमी देखने को मिली है, जो एक अच्छा संकेत है।
उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति आए और जीडीपी के मामले में राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ दिया है। आर्थिक सर्वेक्षण की ताजा रिपोर्ट में इस बात के साफ संकेत दिखाई दे रहे हैं कि यदि समावेशी विकास के रास्ते पर इसी प्रकार प्रयास आगे किए गए तो राज्य में विकास का पहिया तेजी के साथ दौड़ता दिखाई देगाI नियोजन विभाग की ताजा आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2023 24 राज्य की पुष्कर सिंह धामी सरकार के लिए संतोष प्रदान करती है तो वही पहाड़ और मैदान के संतुलित विकास के लिए प्रयासों की एक चुनौती को भी सामने रखती है। राज्य में पिछले वर्षों में नजर डालें तो प्रति व्यक्ति आय लगातार बढ़ रही है ।हालांकि इसमें भी पर्वतीय क्षेत्र और मैदानी जनपद में प्रति व्यक्ति आय में गैप साफ दिखाई देता है जो की सरकार को एक संतुलित विकास के मॉडल को आगे बढ़ाने के लिए संकेत देता है।
आर्थिक सर्वेक्षण के कुछ खास आंकड़े
राज्य की अर्थव्यवस्था के आंकड़ों को लेकर ताजा सर्वेक्षण कहता है कि राज्य के अर्थव्यवस्था में वर्ष 2022-23 में अंनतीं अनुमान के अनुसार 7.63 फीसदी की बढोतरी की गई है जबकि वर्ष 2023-24 में विकास दर 7.58 प्रतिशत रहने की संभावना है.
प्रचलित भावों पर सकल सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी वर्ष 2022-23 में रुपए 303.78 हज़ार करोड़ तथा वर्ष 2023-24 में लगभग 346.20 हजार करोड़ रुपये अनुमानित किया गया है स्थिर भावों पर जीडीपी वर्ष 2022-23 में 198.34 हज़ार करोड़ की तुलना में 2023-24 में लगभग 213.37 हज़ार करोड़ रहने का अनुमान हैI
राज्य के विकास में एक संतुलन प्राथमिक सेक्टर एवं द्वितीय सेक्टर के योगदान के मध्य भी देखने को मिल रहा है हालांकि उत्तराखंड कृषि प्रधान देश नहीं है राज्य नहीं है तथा भी प्राथमिक सेक्टर का आंकड़ा नीचे है. सर्वेक्षण के अनुसार संरचनात्मक दृष्टि से वर्ष 2023 24 में प्राथमिक क्षेत्र का योगदान 9. 99 फीसदी है ,जिसमें कृषि उद्यान बागबानी पशुपालन जैसा सेक्टर शामिल होता है द्वितीय क्षेत्र का योगदान 46.84% तथा तृतीय क्षेत्र का योगदान 43 दशमलव एक साथ प्रतिशत रहने का है इस सेक्टर में इंफ्रास्ट्रक्चर औद्योगिक और अन्य अन्य सेक्टर शामिल है।
राज्य में प्रति व्यक्ति आय के मामले में काफी उत्साह जनक एवं संतोष वृद्धि हुई है प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2022-23 में 230994 थी, जो वर्ष 2023-24 में 12.67 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हुए 260201 रुपए आंकी गई हैI
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार वर्ष 2023 24 के दौरान मूल्य संवर्धन में वृद्धि मुख्यतः विनिर्माण क्षेत्र 13.86 प्रतिशत , परिवहन एवं संचार सेवाएं 10.64 प्रतिशत , वित्त सेवाएं 8.90 प्रतिशत , निर्माण उद्योग 8.20 प्रतिशत व्यापार एवं होटल सेवाएं 7.76 प्रतिशत लोक प्रशासन एवं अन्य सेवाएं 6.75 प्रतिशत तथा बिजली गैस पानी और अन्य उपयोगी सेवाएं 7.12 प्रतिशत में अनुमानित हैंI
आर्थिक सर्वेक्षण में सामने आई इस तस्वीर से राज्य की विकास की ढांचा दिखाई देता है जिसमें अभी ऐसी योजनाओं की और जरूरत है जिससे राज्य के सामग्र और संतुलित विकास की दिशा दिशा में और अधिक तेजी से बड़ा जा सके। कुल मिलाकर आर्थिक सर्वेक्षण की यह रिपोर्ट उत्तराखंड के लिए कई अच्छी खबर लेकर आई है जो सुखद अहसास कराने वाली है।