लोकसभा चुनाव 2024: कांग्रेस की मीडिया प्रभारी चयनिका उनियाल ने भाजपा के मेनिफेस्टो को बताया जुमला पत्र, कहा – महंगाई व बेरोजगारी से त्राहिमाम कर रहा देश
कहा , बेरोजगारी के लिए भारतीय जनता पार्टी के पास कोई रोड मैप नहीं
कांग्रेस ने भाजपा के मेनिफेस्टों को जुमला पत्र करार देते हुए कई सवाल खड़े किए
देहरादून। कांग्रेस ने भाजपा के मेनिफेस्टों को जुमला पत्र करार देते हुए कई सवाल खड़े किए हैं। रविवार को कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस की मीडिया प्रभारी चयनिका उनियाल ने कहा कि चार दिन बाद 21 राज्यों में 105 से अधिक सीटों पर चुनाव होने है और भारतीय जनता पार्टी अचानक गहरी नींद से जागी है। 76 पन्नों का मेनिफेस्टो प्रस्तुत किया। एक घंटा 40 मिनट की प्रेस कांफ्रेंस के बाद मीडिया से एक भी सवाल नहीं लिया गया , यह भारतीय जनता पार्टी की गंभीरता को दर्शाता हैं। एक तरफ देश महंगाई, बेरोजगारी से त्राहिमाम है और दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी को लोगो के बीच जाकर उनकी ग़ुरबत, दुःख परेशानी टटोलने का समय तक नहीं हैं। मन की बात सुनाते सुनाते मोदी जी भूल ही गए की सरकारों को जनता की मन की बात भी सुननी होती हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मेनिफेस्टो कमेटी दिसंबर 2023 में गठित हो गई थी और भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव, लोगों की आकांक्षाएं, अपेक्षाएं और आशंकाओं को ध्यान में रखकर मेनिफेस्टो (न्याय पत्र) बनाया गया। जिसमें पांच तरह के न्याय और 25 गारंटियो पर प्रमुखता से बात रखी गयी हैं| एक तरफ जंहा कांग्रेस का मेनिफेस्टो विशेषज्ञों की राय और आमजन की भागीदारी से सवा तीन महीने में बनकर तैयार हुआ ।वहीँ भारतीय जनता पार्टी की मेनिफेस्टो कमेटी 30 मार्च 2024 को गठित होती है मात्र 13 दिन पहले जब पहले चरण के चुनाव को चार दिन बचे हैं।
भाजपा के जुमला पत्र में दावा किया गया है कि 25 करोड लोगों को गरीबी रेखा से निकाल लिया गया है और नीति आयोग की रिपोर्ट को आधार बनाया जा रहा है, पर वही नीति आयोग यह भी दावा करता है अपनी रिपोर्ट में कि देश की 20 फीसदी आबादी आज 46 रूपये प्रतिदिन पर गुजर बसर करने के लिए मजबूर है।
भाजपा के मेनिफेस्टो में ना मणिपुर का जिक्र है, ना लद्दाख का ना ही, चीन के द्वारा जो घुसपैठ हो रही है उसका?
बेरोजगारी के लिए भारतीय जनता पार्टी के पास कोई रोड मैप नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा 2014 में दावा किया गया था की स्पेशल टास्क फोर्स बनाई जाएगी और काला धन देश में वापस लाया जाएगा लेकिन, देश को मिला इलेक्टोरल बांड जैसा बड़ा घोटाला।
2014 में ही डॉलर को रुपए के बराबर लाने की बात कही गई थी आज डॉलर ₹83 के बराबर है, नॉर्थ ईस्ट में कानून बहाली की बात कही गई थी आज नॉर्थ ईस्ट जल रहा है, और भाजपा ने मौन साध रखा हैं। 100 स्मार्ट सिटीज की बात कही गई थी लेकिन चीन स्मार्ट विलेज बना रहा है, कृषि सेक्टर में दावा था कि किसान की आय दुगनी करेंगे लेकिन हकीकत यह है कि आज किसान की आय घटी है और कर्ज भी बड़ा है। 2014 में प्रति किसान 47000 कर्ज था आज 74000 हो गया है।
प्रधानमंत्री किसान योजना में लाभार्थियों को बढ़ाने की बात की गई थी लेकिन लाभार्थियों में 67 फीसदी की गिरावट आई है, इस योजना के तहत पहले लाभार्थी 12 करोड़ हुआ करते थे अब चार करोड़ रह गए हैं।
शॉर्ट टर्म न्यू एग्रीकल्चर लोन जिसमें एक लाख का लोन जीरो परसेंट ब्याज पर देने की बात कही गई थी लेकिन 7 फीसदी ब्याज किसानों को देना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में हकीकत यह है कि आज देश के अंदर 6 लाख चिकित्सकों की कमी है।
पत्रकार वार्ता में मथुरादत्त जोशी प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन प्रशासन, मुख्य प्रवक्ता/उत्तर प्रदेश मीडिया प्रभारी गरिमा माहरा दसौनी, शिशपाल सिंह बिष्ट, अभिनव थापर, मोहन काला, मंजू त्रिपाठी मौजूद रहे ।