उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष डाॅ गीता खन्ना ने लिया शिक्षक के छात्रा के साथ अश्लील हरकतें करने की खबर का संज्ञान , राजकीय इंटर कॉलेज भूल्लावाला का किया औचक निरीक्षण
जीआईसी के प्रधानाचार्य से ली जानकारी,
पुलिस , मुख्य शिक्षा अधिकारी व खण्ड शिक्षा अधिकारी को घटना पर सख्त कार्यवाही किये जाने के लिए निर्देशित किया
देहरादून । उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डा गीता खन्ना ने एक शिक्षक द्वारा छात्रा के साथ अश्लील हरकतें करने की खबर का संज्ञान लेते हुए राजकीय इण्टर काॅलेज, भूल्लावाला, डोईवाला, जनपद देहरादून का गुरुवार को औचक निरीक्षण किया । औचक निरीक्षण के द्वौरान आयोग अध्यक्षा द्वारा बच्चों, अध्यापक, प्रधानाचार्य तथा अभिभावकों से वार्ता की गई, जिसमें संज्ञान में आया कि विद्यालय के प्रधानाचार्य पिछले दो वर्ष से पद पर कार्यरत हैं। प्रकाशित खबर पर विद्यालय प्रबन्धन की कोई गम्भीरता दिखाई नही दी। शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय में घटित प्रकरण पर वर्तमान तक कोई जांच कार्यवाही नही की गई। विद्यालय में नियुक्त अध्यापकों ने बताया कि आरोपित अध्यापक द्वारा बच्चों व अध्यापकों को हमेशा धमकाया जाता है तथा हतोत्साहित करने की कोशिश की जाती है। प्रधानाचार्य से पूछे जाने पर की आरोपित अध्यापक कितने वर्ष से यहां शिक्षण कर रहा है तो प्रधानाचार्य को इसकी जानकारी नही थी। विद्यालय के निरीक्षण में जगह जगह पर गंदगी दिखाई दी तथा एक बडे कमरे में घूल में लिप्त दस्तावेज दिखाई दिये। विद्यालय मे पोक्सो कमेटी गठित नही है। शिकायत पेटी भी नवीन प्रधानाचार्य के आने के बाद से नही खोली गई है। विद्यालय द्वारा बच्चों को स्वच्छता व बाल अधिकारों के विषय में कोई जानकारी प्रदान नही की जाती है। यह सब प्रधानाचार्य की विद्यालय के कृतव्यों के प्रति उनकी उदासीनता को प्रदर्शित करता है। एक और जहां सरकारी स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं की कमी के साथ साथ छात्रों की संख्या भी न्यून है, वहीं दूसरी ओर इस प्रकार के कृत्य होना इनकी छवि को और घुमिल करता है। अभिभावकों को उनके बच्चों के भविष्य के दृष्टिगत निजी विद्यालयों की तरफ रूख करने को मजबूर करता है, जो कि सरकार एंव शिक्षा विभाग के लिये एक चिन्तनीय विषय है। प्रकरण पर आयोग अध्यक्ष ने संज्ञान लेते हुए पुलिस विभाग व शिक्षा विभाग के मुख्य शिक्षा अधिकारी व खण्ड शिक्षा अधिकारी को घटना पर सख्त कार्यवाही किये जाने के लिए निर्देशित किया गया। डॉ गीता खन्ना ने बताया कि
उत्तराखण्ड बाल अधिकारों की जानकारी के लिए एक सूचना पोस्टर तैयार कराया जा रहा है, जिसे महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा, राज्य के समस्त मुख्य शिक्षा अधिकारी को भेजते हुये समस्त शिक्षण संस्थानों व कोचिंग इस्ट्टियूट को अपने संस्थानों मे चस्पा किये जाने के लिए निर्देशित किया जायेगा,जिसमें उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयेाग की जानकारी तथा चाईल्ड हेल्पलाईन नम्बर 1098 अंकित होगा।