प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा , केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा की कमान कार्यकर्ताओं के पास, उपेक्षा का दंड भुगतेगी कांग्रेस
आपदा प्रबंधन कैसे होता है कांग्रेस को समझने की जरूरत , सीएम धामी की सक्रियता से बची हज़ारों जाने
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि केदारनाथ उप चुनाव मे हर कार्यकर्ता के पास कमान है,क्योंकि भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और जनता के सुख दुख मे खड़ी रहती है। केदारनाथ की कांग्रेस ने जो उपेक्षा अब तक की है उसका दंड उसे अवश्य जनता देगी।
पूर्व सीएम हरीश रावत के आरोपों पर मीडिया के पूछे गए सवालों के जवाब मे चौहान ने कहा कि केदारनाथ में उप चुनाव की कमान आम कार्यकर्ताओं के हाथ में रहेगी ,इसमें कोई संशय नही है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन मे हमेशा ही बूथ लेबल तक कार्यकर्ता कमान संभालते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास यह समस्या जरूर है कि उनके पास न नेता और न ही कार्यकर्ता हैं।
चौहान ने कहा कि केदारनाथ के साथ कांग्रेस ने जो अन्याय किया उसे सब भली भाँति जानते हैं। आपदा प्रबंधन की तैयारियों पर सवाल उठा रही कांग्रेस को इस बार केदारनाथ मे आई आपदा को देखने की जरूरत है कि अल्प समय मे बेहतर प्रबंधन कैसे होता है। 2013 मे आई आपदा के समय भी अलर्ट घोषित हुआ था, लेकिन बेपरवाह तत्कालीन कांग्रेस सरकार को तो 2 दिन बाद पता लगा कि केदार धाम तहस नहस हो गया। जबकि इस समय केदारघाटी में आई आपदा के कुछ ही घंटों में सीएम पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड जीरो पर आपदा प्रभावितों के बीच उपस्थित होकर तत्काल रेस्क्यू अभियान चलाया गया । इस बार सरकार ने समय पर रेस्क्यू कार्य शुरू कर सभी जरुरी कदम उठाये और हजारों लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। सीएम धामी खुद रेस्क्यू कार्यों की चौबीसों घंटे मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
चौहान ने कहा कि केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों के लिए पीएम मोदी ने जो अद्वितीय प्रयास कर धरातल पर उतारे वह ऐतिहासिक हैं। आज केदारनाथ सुलभ और सुरक्षित है। केदारनाथ आज विश्व पटल पर उभरकर सामने आया है और पीएम मोदी के मार्गदर्शन मे सीएम धामी के नेतृत्व मे केदारनाथ बेहतर स्वरूप में खड़ा हो गया है। इसका आशीर्वाद भी भाजपा को ही मिलेगा। वहीं हिटो केदार का राग अलापने वाले एल्बम निर्माण के लिए लाखों लुटा बैठे तो साथ ही निर्माण कार्यों मे भी लाखों के वारे न्यारे कर बैठे। ऐसे मे वह केदारनाथ में आशीर्वाद की कल्पना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम की पीड़ा केदारनाथ मे अपनी पार्टी के संभावित प्रत्याशी को लेकर है, क्योंकि वह ऐसे प्रत्याशियों की ओर भी इशारा कर रहे हैं जो कि वहाँ की गरिमा के अनुरूप नही है। यह आम कांग्रेसी की चिंता हो सकती है कि केदारनाथ मे कांग्रेस के पास प्रत्याशी नही है और जीत के तमाम दावे हो रहे हैं।