एसएसपी देहरादून अजय सिंह की बड़ी कार्रवाई, देहात एसओजी को किया भंग,ऋषिकेश और रायवाला से 37 पुलिसकर्मी ट्रांसफर
तीर्थनगरी ऋषिकेश में शराब की बढ़ती तस्करी का लिया संज्ञान, पत्रकार योगेश डिमरी पर जानलेवा हमले से चढ़ा पारा
ऋषिकेश /देहरादून।तीर्थनगरी ऋषिकेश में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध है। ऐसे में इस पूरे क्षेत्र में कई सालों से शराब तस्करों का बोलबाला हो गया है। पुलिस और आबकारी विभाग की नाक के नीचे यहां शराब तस्करी निरंतर फलती और फूलती रही। पिछले कुछ समय से जब पत्रकार योगेश डिमरी शराब माफिया के विरुद्ध अभियान चला रहे थे तो आबकारी विभाग को सांप सूंघ गया, जबकि स्थानीय पुलिस ने उल्टे पत्रकार को ही लताड़ दिया। यह देख शराब माफिया के हौसले इतने बुलंद हो गए कि उसने बीते रविवार को पत्रकार योगेश डिमरी पर जानलेवा हमला कर दिया। जिन्हें गंभीर अवस्था में पहले ऋषिकेश अस्पताल और फिर एम्स में रेफर किया गया। हालांकि, इस घटना का देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने कड़ा संज्ञान लिया और उन्होंने गंभीर रूप अपनाते हुए एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) देहात को भंग कर दिया।
इंदिरानगर मारपीट प्रकरण में एसएसपी अजय सिंह ने ऋषिकेश कोतवाली और रायवाला थाने में तैनात 37 पुलिसकर्मियों का तबादला किया है। इनमें ज्यादातर 10-10 साल से कोतवाली और थाने में जमे थे। एसओजी देहात को भंग कर दिया गया है। तैनात पुलिसकर्मियों को एसओजी देहरादून में अटैच किया गया है।
एसएसपी अजय सिंह मंगलवार को ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने कोतवाली पुलिस की शराब के मामलों में कार्रवाई की समीक्षा की। इस दौरान 240 दिन में आबकारी अधिनियम में 113 मुकदमें और 111 तस्करों की धरपकड़ पर उन्होंने संतोष जरूर जाहिर किया, लेकिन मारपीट प्रकरण में कार्रवाई करते हुए उन्होंने ऋषिकेश कोतवाली से 21 और रायवाला थाने 16 पुलिसकर्मियों को जिले के अन्य थानों में ट्रांसफर कर दिया। समीक्षा में एसएसपी एसओजी देहात के कामकाज से नाखुश नजर आए।
हालांकि, उन्होंने एसओजी की शराब तस्करी से संबंधित किसी भी मामले में संलिप्तता से इनकार किया। मीडियाकर्मियों से बातचीत में एसएसपी ने बताया कि यह पूरी कवायद सिस्टम को दुरूस्त करने के लिए है। मौके पर एसपी देहात लोकजीत सिंह, कोतवाल राजेंद्र सिंह खोलिया, डोईवाला कोतवाल विनोद गुसाईं आदि मौजूद रहे।