उत्तराखंड मदरसा बोर्ड अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने की केंद्र सरकार से मांग, देश में वक्फ बोर्ड अध्यक्षों की हो जांच, कहा- कांग्रेस के 60 साल के राज में वक्फ बोर्ड संपत्तियों को किया गया खुर्द खुर्द
वक्फ बोर्ड संशोधन बिल आने से गरीबों , यतीमों, तलाकशुदा महिलाओं और बेवाओं को मिलेगा लाभ
कहा ,जिनके लिए की गई थी संपत्ति वक्फ, उन्हें नहीं मिला कोई लाभ, अध्यक्ष बनते चले गए अमीर
देहरादून।उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने कहा कि आजादी के बाद वक्फ बोर्ड का गठन कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ और देश में कांग्रेस सरकारों का कार्यकाल लगभग 60 साल का रहा। इस लंबे कार्यकाल के अंदर मुसलमान को मुख्य धारा से काटना और उन्हें सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर आर्थिक बदहाली के अलावा कुछ नहीं दिया गया। इतना ही नहीं एक जमाने तक कांग्रेस ने देश के मुसलमानों को आरएसएस और भाजपा से भयभीत करके रखा, जो सिलसिला आज तक जारी है।
उत्तराखंड मदरसा बोर्ड अध्यक्ष शमून कासमी ने बात करने के दौरान आरोप लगाते हुए कहा कि इसी कड़ी में वक्फ बोर्ड में कांग्रेस ने अपने चहेतों को लेकर एक तरफ अपनी वफादारी पक्की की, दूसरी तरफ जो वक्फ बोर्ड की संपत्ति थी, उसे उनके जरिए से खुर्द-बुर्द करवाया गया।
उन्होंने कहा कि क्या वजह है कि जिनके लिए संपत्ति को वक्फ (दान ) किया गया वह आज भी वही खड़े हैं। उन्हें अच्छी तालीम, रोजगार और वक्फ बोर्ड संपत्ति से कोई लाभ नहीं मिला। इसमें वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष तो अमीर बन गए लेकिन जिनके लिए इस संपत्ति को वक्फ किया गया था, उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड अध्यक्ष मुफ्ती शमून ने कहा कि अपार शक्ति जिस बोर्ड के पास हो उसकी संपत्ति को अपने लिए तो इस्तेमाल किया, मगर बड़े दुख की बात है कि जिनके लिए दी गई थी उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ । मुफ्ती शमून ने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड अध्यक्षों की जांच होनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी देश के लोगों के सामने आ सके।
उन्होंने कहा कि आज की मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल में कोई भेदभाव किसी के साथ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार ऐसी है जो जन मानस की सरकार है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री किरण रिजूजू ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल संबंधी साहसिक फैसला लेकर लोकसभा में जो सच्चाई रखी ,उसका अनुशरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल आने से गरीब, यतीम तलाकशुदा महिलाओं व बेवाओं को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि
मोदी सरकार में सभी वर्गों का कल्याण हो रहा है और केंद्रीय की योजनाओं का समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंच रहा है यूपीएससी परीक्षा में इस बार भी लगभग 50 बच्चे अल्पसंख्यक समुदाय से आए हैं,जो अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है। अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चे बड़ी संख्या में नीट ,मेडिकल और इंजीनियरिंग में परीक्षाओं को पास कर रहे हैं। महिलाओं का कल्याण हुआ है। केंद्र की मोदी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास के विजन के साथ काम कर रही है।
उत्तराखंड में मोदी सरकार के विजन को आगे बढ़ा रहे मुख्यमंत्री धामी
देहरादून। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून ने कहा कि उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार प्रधानमंत्री मोदी के विजन को आगे बढ़ा रही है। प्रदेश में चल रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के सभी वर्गों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मदरसो में बच्चों को इस ढंग से तैयार करने की कोशिश की जा रही है कि उनके एक हाथ में कुरान शरीफ और दूसरे हाथ में कंप्यूटर हो ताकि वह आगे चलकर एक काबिल नागरिक बन सकें और उनका मुस्तकबिल रोशन रहे। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के तहत पढ़ने वाले बच्चे जब मस्जिदों और मदरसों में उपदेशक बने तो वह तालीम के साथ-साथ समाज हित के अन्य कार्य भी करेंगे। उन्होंने कहा कि मदरसों में एनसीईआरटी कोर्स लगाया गया, जिसके बाद मदरसा बोर्ड का परीक्षा परिणाम 96.5 फीसदी रहा है। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड भी मोदी सरकार के इस विजन को प्रदेश में साकार कर रहा है।