विरासत की सांस्कृतिक संध्या रही लोकप्रिय भोजपुरी गायक मनोज तिवारी के नाम , पंडाल में मौजूद हजारों लोगों के पांव थिरके
देहरादून।विरासत की महफिल में एक ऐसी शख्सियत के दर्शन करने का भी सौभाग्य विरासत के सभी मेहमानों को प्राप्त हुआ, जो भोजपुरी गायक भी हैं और अभिनेता भी होने के साथ-साथ एक विख्यात राजनीतिज्ञ भी हैं I उनके दिए गए हर पल आज सभी के लिए यादगार बन गए I ऐसी शख्सियत का नाम है मनोज तिवारी I आज मनोज तिवारी के भोजपुरी गीत-चदरिया झीनी रे झीनी…..झीनी रे झीनी पर मस्त होकर जमकर झूमे लोग I भोजपुरी के मशहूर गायक मनोज तिवारी ने संध्या में चार चांद पर चार चांद लगा दिए I उनके भोजपुरी गीत विरासत के मेहमानों के लिए बहुत ही पसंदीदा बने I प्रसिद्ध कलाकार मनोज तिवारी के भोजपुरी कई गीत आकर्षक प्रस्तुति के साथ मंच की शोभा बढ़ा रहे थे। निमिया के डाल मईया लावेली झुलुहवा हो की झूली रे झूली…अरे, अइसन मनोहर, मंगल मूरत सुहावन, सुंदर सूरत हो, ए राजा जी…ए राजा जी…ए राजा जी, एकरे त रहल… के साथ बिहार के लोकप्रिय पर्व छठ के ऊपर भी.. हे छठी मैया.. गाना गया I ठंडो रे ठंडो, मेरा पहाड़े की हवा ठंडी, पाणी ठंडो..ठंडो रे ठंडो, मेरा पहाड़े की हवा ठंडी, पाणी ठंडो…. पहाड़ी गाना गया।
उनके साथ संगीतकारों की एक कुशल टीम ने साथ दिया I संगीतकार बैंजो पर शंकर वर्मा, कीबोर्ड पर बबलू आलम, पैड पर वीरेंद्र श्रीवास्तव, पर्क्यूशन और टीम मैनेजर प्रभुनाथ राय दधी तबला पर, ज्ञान मिश्रा ढोलक पर, मोतीलाल शर्मा कोरस पर, वायरल विकास और लालू प्रसाद रहे I