Uttarakhand: उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा- युवाओं के कौशल विकास पर करें फोकस
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने ली एनईपी टॉस्क फ़ोर्स की बैठक,
कहा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रभावी क्रियान्वयन को संसाधनों का हो विकास,
कुमाऊं व दून विश्वविद्यालय को वैश्विक स्तर के विश्वविद्यालय बनाने को योजनागत रूप से करें कार्य
देहरादून। उच्च शिक्षा डाॅ धन सिंह रावत की अध्यक्षता में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एनईपी टास्क फोर्स की बैठक हुई।
मुख्य सचिव सभागार में हुई बैठक में सदस्य-सचिव के रूप में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बैठक का संचालन किया। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने विभिन्न विभागों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की वर्तमान स्थिति से अवगत कराने के लिए निर्देशित किया ,जिसके क्रम में संस्कृत शिक्षा , कृशि शिक्षा , तकनीकी शिक्षा , विद्यालयी षिक्षा एवं उच्च शिक्षा के संबंधित सचिव गण द्वारा प्रगति से अवगत कराया गया। डाॅ रावत ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए समस्त अधिकारियों को प्रभावी कार्ययोजना बना कर समयबद्ध रूप से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आलोक में वर्तमान में राज्य में नैड-एबीसी एकाउंट की स्थिति, संचालित पाठ्यक्रमों की प्रासंगिकता एवं उपादेयता, कौषल विकास के विभिन्न पाठ्यक्रमों सहित सामाजिक गतिविधियों को क्रेडिट फ्रेमवर्क में जोड़े जाने, नेषनल क्रेडिट फ्रेमवर्क को पूर्ण रूप से लागू किए जाने, मल्टीपल एन्ट्री एवं एक्जिट, इंटर्नशिप, एकेडिमिया-इंडस्ट्री लिंकेज, भारतीय ज्ञान व्यवस्था, आनलाइन एवं ब्लेन्डेड लर्निंग की विस्तृत समीक्षा करते हुए इसे प्रभावी रूप से लागू किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने मल्टीपल एन्ट्री एवं एक्जिट को लागू करने के संदर्भ में आने वाली कठिनाईयों के लिए संबंधित रेगुलेटरी बाॅडी को पत्र प्रेशित कर त्वरित समाधान करने के निर्देष भी दिए। उन्होंने कहा कि राज्य की उच्च शिक्षा में गुणवत्ता संवर्धन के प्रयास संतोषजनक है। लेकिन इन प्रयासों का अधिकतम लाभ छात्रों तक पहुंचाने के लिए कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति को अनिवार्य रूप से लागू करते हुए इसका कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि शिक्षा से संबंधित राज्य की जनकल्याणकारी नीतियों सहित राज्य के युवा वर्ग को कौशल परक बनाने के लिए उन्हें संस्थाओं और कक्षाओं में लाना होगा। उन्हांने राज्य विष्वविद्यालयों के कुलपति गण से उच्च शिक्षा के गुणात्मक विकास के लिए अपना अधिक से अधिक योगदान करने की अपील की और भारतीय ज्ञान व्यवस्था के विभिन्न आयामों को पाठ्यक्रम से जोड़े जाने के लिए विषेश प्रयास करने के लिए कहा।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य बहुत बड़ा है और विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए समस्त को मिलकर कार्य करना होगा। । उन्होंने कहा कि, भारत सरकार के दिशा निर्देशों के क्रम में प्रत्येक माह में टास्क फोर्स की अनिवार्य बैठक की जानी है।
अपर मुख्य सचिव, वित्त आनन्द बर्धन ने कहा कि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति और गुणवत्तापरक शिक्षा के विकास के लिए सरकार संकल्पबद्ध है ।सचिव, उच्च शिक्षा डाॅ रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि, गैप एनालिसिस के आधार पर संस्थाओं के विकास की योजना तैयार की जा रही है। उन्होंने उच्च शिक्षा अंतर्गत उत्कृष्ट माॅडल संस्थानों के विकास को किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया। सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन ने विद्यालयी शिक्षा में किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया ।
टास्क फोर्स की बैठक में संस्कृत शिक्षा, कृषि शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा एवं उच्च शिक्षा के संबंधित सचिव गण के साथ समस्त राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपति, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा, निदेषक उच्च शिक्षा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।