उत्तराखण्ड

उत्तरकाशी के कई क्षेत्रो में हुई दिनभर जमकर बर्फबारी

बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिले
उत्तरकाशी। इस बार देर से सही मौसम दुरुस्त आ गया। शुक्रवार रात्रि से हुई झमाझम बारिश के बाद शनिवार को पहाड़ों में जमकर बर्फबारी हुई जबकि निचले क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई है। बर्फबारी फसलों और बागवानी के लिए ‘सोना’ बनकर बरसी है। जिले के टकनोर सहित, गाजणा व यमुनाघाटी में शनिवार को हुई झमाझम बर्फबारी किसानों के लिए ‘सोना’ बनकर बरसी। बर्फबारी ने भले ही लोगों की आम दिनचर्या प्रभावित की हो, लेकिन किसानों और बागवानों के लिए खेतों में बिछी चांदी की चादर किसी वरदान से कम नहीं है। वहीं, बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिल गए। यहां घूमने आए लोग पहाड़ों के प्राकृतिक सौंदर्य और बर्फबारी का जमकर आनंद लेते दिखाई दिए।जनवरी माह के पहले और दूसरे सप्ताह में गिरने वाली बर्फ जल्दी नहीं पिघलती है। ऐसे में काफी दिनों तक पौधों के जड़ों पर बर्फ जमा होने से जमीन ठंडी रहने के साथ नमी भी लंबे समय तक रहती है। खास बात यह है कि, ये बर्फ पौधों को कई तरह की बीमारियों से भी बचाती है। यही नहीं सेब के बगीचे में अधिक समय तक ठंड रहने से सेब के लिए जरूरी चिलिंग आवर्स भी पूरी होने की संभावना बढ़ गई है। इससे सेब में फ्लावरिंग अच्छी होगी और फसल भी बढ़िया होगी। जिन बागवानों ने सेब सहित नाशपाती, खुरमानी व प्लम आदि की नई प्लांटेशन की है, इसके लिए भी बर्फबारी अमृत के समान है। ऐसे में समय पर हुई अच्छी बर्फबारी से किसानों के भी चेहरे खिल गए हैं। कृषि व उद्यान विभाग के तकनीकी अधिकारी बताते हैं कि गेहूं, मसूर, सेब, आडू, खुमानी आदि सभी तरह की फसलों के लिए बर्फबारी बहुत अच्छी है। अच्छी बर्फबारी से जमीन पर लंबे समय तक नमी रहेगी, जिससे किसानों में पैदावार बढ़िया होने की उम्मीद बढ़ गई है। वरिष्ठ पत्रकार एवंश भगवानी के जानकार विजेंद्र सिंह रावत का कहना है कि खेती के साथ बगीचों के लिए भी ये बर्फबारी फायदेमंद है। खेतों में जो फसलें लगाई गई है, उसकी पैदावार अब अच्छी होने की उम्मीद है।

बर्फबारी से कई मार्ग बंद , बीआरओ और एनएच जुटे मार्ग खोलने  में

उत्तरकाशी। पहाड़ों की में देर रात से हो रही बारिश से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई है । बर्फबारी से गंगोत्री हाईवे सुखी टॉप से हरसिल का स्थानों पर बंद है उधर जरा सूर्यमित्र राष्ट्रीय राजमार्ग रानी टॉपर बंद है वही यमुनोत्री राजमार्ग रानाचट्टी आदि स्थानों पर बंद है। उधर चौरंगी मार्ग छोटे वाहनों के लिए खोल दिया , इसके अलावा मोरी के कुछ ग्रामीण मार्ग भी बंद पड़े हैं। इधर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि यमुनोत्री- धरासू राष्ट्रीय राजमार्ग राडी टॉपर पर कुछ ही घंटों में आवाजाही चालू हो जायेगी । जबकि गंगोत्री हाईवे पर कार्य पर गतिमान है।

राष्ट्रीय राजमार्ग खोलने के लिए सीमा सड़़क संगठन , एनएच, ग्रामीण मार्गों को खोलने के लिये लोनिवि के आला अधिकारी जुटे हैं। वहीं बर्फबारी का पर्यटक भी जमकर लुफ्त उठा रहे हैं । मौसम विभाग द्वारा अगले 3 दिनों तक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश का अनुमान जताया था। वहीं बारिश और बर्फबारी की चेतावनी के बाद प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है । उत्तरकाशी और आसपास के क्षेत्र में बर्फबारी होने के बाद पर्यटकों का भीड़ होने की संभावना है ।

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